
तीनों सेनाओं का 75 सदस्यीय दस्ता परेड में हिस्सा लेने के लिए पहले ही मास्को पहुंच चुका है। भारत के मार्चिंग दस्ते का नेतृत्व सिख लाइट इन्फेन्ट्री के मेजर रैंक के अधिकारी करेंगे। यह रेजिमेंट द्वितीय विश्व युद्ध में बहादुरी के साथ लड़ी थी और इसे चार बैटल ऑनर तथा दो मिलिट्री क्रॉस मिले थे।
विक्टरी डे परेड में भारत की भागीदारी रूस और अन्य राष्ट्रों की सेनाओं के बलिदान के प्रति श्रद्धांजलि है। इस युद्ध में भारतीय सैनिकों ने भी हिस्सा लिया और सवोर्च्च बलिदान दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और श्री रक्षा मंत्री सिंह ने रूस को विक्टरी डे की 75 वीं वर्षगांठ पर बधाई संदेश भेजे थे। रक्षा मंत्री की यह यात्रा भारत और रूस के बीच विशेष सामरिक भागीदारी को और मजबूत बनाएगी।