केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को विदेशी पेय पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करने के निर्देश दिए

ग्वालियर
 बाजारों में बिक रहे विदेश से आने वाले विभिन्न पेय पदार्थों की गुणवत्ता को लेकर केंद्र सरकार सजग नजर आ रही है। सरकार की ओर से इन पेय पदार्थों, खासकर जूस की जांच पूरे देश में करवाई जा रही है। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों को निर्देश मिले हैं।

बता दें कि, ग्वालियर में आस्ट्रेलिया, मलेशिया, थाइलैंड सहित कई अन्य देशों के पेय पदार्थ बिकते हुए पाए गए हैं। केंद्र सरकार के निर्देशानुशार खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने विदेशी पेय पदार्थों के सैंपल लेना शुरू कर दिए हैं। इन पेय पदार्थों में मिलाए गए पदार्थों की गुणवत्ता जांचने के लिए सैंपल प्रयोगशाला में भेजे जा रहे हैं।

भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के निर्देश पर विदेशी पेय उत्पादों की जांच-पड़ताल की जा रही है। इसमें मॉल्स, शापिंग मार्ट व डिपार्टमेंटल स्टोर पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, क्योंकि इस तरह के विदेशी पेय पदार्थ छोटे दुकानदार या कारोबारी नहीं रखते।

इनकी हो रही जांच

साथ ही इसमें ऐसी कंपनियों को भी चिह्नित किया जा रहा है जो विदेश में तैयार होने वाले पेय पदार्थ की यहां मार्केटिंग व ब्रांडिंग करती हैं। मूल रूप से यह उत्पाद विदेशी कंपनी का ही होता है। ऐसी विदेशी कंपनियां हर देश में फूड लाइसेंस लेकर काम करती हैं इसलिए इसकी भी जांच की जा रही है। पेय पदार्थों में फैट, सेचुरेटेड फैट, कोलेस्ट्रोल, डाइटरी फाइबर, शुगर की मात्रा आदि की जांच की जा रही है।

इस जांच के संबंध में जानकारी देते हुए ग्वालियर के फूड सेफ्टी आफिसर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग, राजेश गुप्ता ने बताया कि, विदेश से आने वाले पेय पदार्थों की सैंपलिंग की जा रही है। अभियान में प्रति फूड सेफ्टी अधिकारी पांच सैंपल का लक्ष्य रखा गया है। बाहरी पेय पदार्थों की गुणवत्ता जांचने के लिए वरिष्ठ स्तर से निर्देश मिले हैं।

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