indiaprime24.com

MP : शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास प्राथमिक शिक्षकों को अभी भी नियुक्ति का इंतजार , शिक्षकों ने दी परिवार सहित चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

भोपाल. मध्यप्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास प्राथमिक शिक्षकों को अभी भी नियुक्ति का इंतजार है. ये इंतजार लगातार बढ़ता जा रहा है. चयनित शिक्षकों का कहना है हिंदी, संस्कृत, भूगोल, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, उर्दू विषय के खाली पदों में शिक्षकों की भर्ती की जाएं और पदों की संख्या बढ़ाई जाए. साथ ही तीसरे चरण की काउंसलिंग कराने की मांग की है. चयनित शिक्षकों ने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियोंको चेतावनी दी है कि हर बार हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं. जल्द ही हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम पूरे परिवार के साथ चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

सात सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन
मध्यप्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा में चयनित शिक्षकों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इसमें चुने गए शिक्षकों ने स्कूल शिक्षा विभाग से मांग की है कि वर्ग एक दो और तीन में पद बढ़ाए जाएं. स्थाई शिक्षक भर्ती 2018 के लिए पद वृद्धि के साथ तीसरे चरण की काउंसलिंग शुरू कराई जाएं. ओबीसी वर्ग के चुने गए अभ्यर्थियों को 27 प्रतिशत आरक्षण के साथ नियुक्ति पत्र दिए जाएं. माध्यमिक शिक्षक भर्ती में हिंदी, संस्कृत, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, उर्दू, भूगोल,कृषि, समाजशास्त्र, इतिहास के खाली पदों पर भर्ती की जाएं. जनजातीय विभाग में चयन सूची में नामों की पुनरावत्ति ना की जाएं या फिर जो अभ्यर्थी दोनों विभागों में से किसी एक विभाग में एक बार नियुक्ति ले चुका है तो उस अभ्यर्थी को फिर से शाला विकल्प का अवसर दिया जाए. प्राथमिक शिक्षक वर्ग 3 में 51,000 पदों पर भर्ती पूरी की जाएं.

प्राथमिक शिक्षकों ने की पद बढ़ाने की मांग
शिक्षक पात्रता परीक्षा के तहत प्राथमिक शिक्षकों के लिए चुने गए शिक्षकों ने पद बढ़ाने की मांग की है. इनका कहना है परीक्षा के समय ज्यादा पदों पर विज्ञापन होता है. लेकिन चयन के बाद पदों की संख्या लगातार कम हो रही है. प्राथमिक शिक्षकों के 18 हजार पदों में से 11हजार पदों पर एसटी उम्मीदवारों की एक तरफा भर्ती कर दी गई है. केवल सात हजार पदों पर सामान्य कैटेगरी,ओबीसी और एससी उम्मीदवारों की भर्ती की गई है. हमारी मांग है कि पदों की संख्या बढ़ाकर जनरल, ओबीसी और एससी कैटेगरी के उम्मीदवारों को मौका दिया जाए.

Exit mobile version