दीपावली से ठीक पहले यानी 4 नवंबर शनिवार और 5 नवंबर, रविवार को पुष्य नक्षत्र है। इन दोनों दिन वाहन, ज्वेलरी, कपड़े और अन्य चीजों की खरीदारी का अक्षय लाभ मिलेगा। ऐसे में अगर आप नई कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो ये सही समय हो सकता है।
कंपनियां कार के टॉप वैरिएंट्स में सेफ्टी, कम्फर्ट से लेकर कन्वीनियंस तक के एडवांस्ड फीचर देती हैं, वहीं बेस वैरिएंट में काफी कम फीचर्स मिलते हैं। ऐसे में अगर आपका बजट कम है और आप कार का बेस वैरिएंट खरीदने का प्लान कर रहे हैं या आपके पास पहले से कार है, तो हम यहां कई ऐसी जरूरी एक्सेसरीज के बारे में बता रहे हैं जो काफी काम की साबित हो सकती है।
1. कार की सेफ्टी और सिक्योरिटी के लिए एक्सेसरीज…
टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम : टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) में नॉब और डिवाइस होते हैं। व्हील के वॉल्व पर सेंसर से लैस नॉब लगाए जाते हैं। ये नॉब डिवाइस पर चारों टायर के एयर प्रेशर को बताता रहता है। इस डिवाइस को कार के डेशबोर्ड पर लगा सकते हैं, जो सोलर एनर्जी से चार्ज हो जाता है।
ब्लाइंड स्पॉट मिरर : ड्राइव करते समय जब आपकी कार को पीछे से कोई दूसरी गाड़ी ओवरटेक करती है तो एक स्पॉट ऐसा आता है, जब गाड़ी नहीं दिखती। ऐसे में उस ब्लाइंड स्पॉट पर गाड़ी देखने के लिए कॉन्वेक्स मिरर ORVM पर लगाए जाते हैं। ये वाइड एंगल व्यू प्रोवाइड करता है। इससे एक्सीडेंट होने के चांसेस कम हो जाते हैं।
रिवर्स पार्किंग कैमरा : आप अपनी कार में रिवर्स पार्किंग कैमरा लगवा सकते हैं, जिसकी मदद से कार को पार्क करना काफी आसान हो जाता है। इसके साथ आप फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर्स को जोड़कर भी आराम से कार पार्क कर सकते हैं।
सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम : ज्यादातर मॉडल्स में सेंट्रल लॉकिंग की सुविधा मिल जाती है, लेकिन अगर आपके कार में ये सुविधा मौजूद नहीं है तो आप कंपनी से या फिर बाहर से भी इस लॉकिंग सिस्टम को लगवा सकते हैं। इस सिस्टम के लगने के बाद आप गाड़ी के सभी गेट्स और डिग्गी को एक साथ लॉक और अनलॉक कर सकेंगे।
वायरलेस डोर वॉर्निंग लाइट : रात में जब हम कार का दरवाजा खोलते हैं, तब कई बार कार के पीछे आ रहे लोगों को वो नजर नहीं आता। ऐसे में वायरलेस डोर वार्निंग लाइट लगाकर इस प्रॉब्लम को दूर किया जा सकता है। इन लाइट में बैटरी लगी रहती है। जब कार का दरवाजा खोला जाता है तब लाइट ऑटोमैटिकली ऑन हो जाती है।
2. गैजेट्स जो कार को बनाए लग्जरी…
एयर प्यूरीफायर : भारत में प्रदूषण के कारण ज्यादातर लोग चारों विंडो बंद करके कार चलाते हैं, लेकिन लगातार कार के शीशे बंद रखना भी नुकसानदायक हो सकता है। ऐसी स्थिति में आप अगर अपनी कार में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करते हैं।
डैशकैम : कई बार एक्सीडेंट होने पर आपकी गलती नहीं होने पर भी आप अपनी बेगुनाही साबित नहीं कर पाते हैं। ऐसे में कई लोग आपको कानूनी कार्रवाई में फंसा सकते हैं। इससे बचने के लिए आप डैश कैम का यूज कर सकते हैं, जो कार चलने के दौरान वीडियो रिकार्ड करता है।
लेजर स्टॉप लैंप : ये डिवाइस कार के ब्रैक अप्लाई करने पर रोड पर स्टॉप लाइन बना देता है। इससे पीछे चल रही गाड़ी को पता चल जाता है कि उसे कहां रुकना है। ये लैंप खास तौर पर बारिश और सर्दी के दिनों में काम आता है, जब विजिबिलिटी कम होती है।
सोलर पावर फैन : ये फैन सोलर पावर से चलता है। इसे कार की किसी भी विंडो या विंडशील्ड पर लगा सकते हैं। कार को पार्क करने पर ये केबिन के टेंपरेचर को बढ़ने नहीं देता है और हीट को बाहर निकालता रहता है।
ओबीडी स्कैनर : कार के स्टीयरिंग व्हील के नीचे ये लगता है। ये ब्लूटूथ के जरिए मोबाइल से कनेक्ट हो जाता है। ये डिवाइस कार के इंजन और ट्रांसमिशन में या सेफ्टी फीचर जैसे ABS, EBD आदि कहीं भी कोई भी प्रॉब्लम आने पर तुरंत डिटेक्ट करके बता देता है।
3. कन्वीनियंस एक्सेसरीज…
मिनी टायर एयर इन्फ्लेटर : मिनी टायर एयर इन्फ्लेटर की मदद से आप कहीं भी कभी भी अपनी गाड़ी के टायर में हवा भर सकते हैं। अगर आप कार से लंबी यात्रा करते हैं तो यह आपके लिए यूजफुल डिवाइस है। कम हवा पर गाड़ी चलाने से टायर की लाइफ कम होती है।
फोम कैनन कार वॉश ब्लास्टर : फोम कैनन कार वॉश ब्लास्टर की मदद से आप आसानी से साबुन, शैम्पू या कार वॉशिंग लिक्विड के माध्यम से कार को साफ कर सकते हैं। इससे कार की बॉडी में किसी भी प्रकार की खरोच नहीं आती है। यह 12V के सॉकेट से ऑपरेट होता है।
पोर्टेबल कार वैक्यूम क्लीनर : वैक्यूम क्लीनर की मदद से आप कार के इंटीरियर को साफ कर सकते हैं। यह धूल के छोटे-छोटे कण को भी बहुत ही आसानी से खींच लेता है। इससे कार में उन जगहों पर भी सफाई की जा सकती है जहां आपके हाथ नहीं पहुंचते। कार वैक्यूम क्लीनर बैटरी और 12V के सॉकेट से ऑपरेट होता है।
कार जंप स्टार्टर : कई बार गाड़ी की बैटरी डाउन हो जाती है। इस कारण गाड़ी सेल्फ से स्टार्ट नहीं हो पाती है ऐसे में कार को धक्का लगाकर चालू करना पड़ता या फिर दूसरी बैटरी लगानी पड़ती है। इसी स्थिति में आप कार जंप स्टार्टर की मदद से कार को स्टार्ट कर सकते हैं।
बैकसीट इलेक्ट्रिक कार फैन : कई बार ज्यादा गर्मी होने पर पीछे की सीट तक AC की ठंडी हवा नहीं पहुंच पाती है। ऐसे में आप बैकसीट इलेक्ट्रिक कार फैन को यूज कर सकते हैं। इसमें बैटरी लगी होती है, जिसमें अलग-अलग समय का पावर बैकअप मिलता है।
4. कार में कंफर्ट के लिए एक्सेसरीज…
सीट गैप फिलर पॉकेट्स : ये दोनों फ्रंट सीट और सेंटर कंसोल के बीच में लगाए जाते हैं। ये स्टोरेज बढ़ाने के काम आता है। इनमें छोटी-मोटी चीजें जैसे मोबाइल, सनग्लासेस, केबल, वॉलेट और चाबी रख सकते हैं। कई सीट गैप फिलर में कप होल्डर्स भी होते हैं और ये सीट के साइड में भी लग जाते हैं।
लंबर सपोर्ट : अगर आप लॉन्ग ड्राइव के शोकीन हैं या फिर किसी को बैक पैन की प्रोब्लम है तो लंबर सपोर्ट काफी मददगार साबित होगा। ये वॉशेबल होते हैं और कई तो वेंटीलेटेड भी होते हैं। इसकी मदद से लॉन्ग ड्राइव में बैक को आराम मिलता है।
वेंटिलेटेड सीट्स : ये गाड़ी की सीट के ऊपर इलास्टिक बैंड के जरिए लग जाती है। इस सीट के अंदर फैन लगा होता है और छोटे-छोटे पोट्स होते हैं, ताकि उनमें से हवा निकल सके। सीट के फैन को गाड़ी में दिए गए 12 वोल्ट के पावर सॉकिट से कनेक्ट कर सकते हैं।
ह्यूमिडिफायर : ये डिवाइस एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक स्प्रे होता है या कहे यह एक तरह की स्टीम फेकता है। इससे आप अपनी कार को तरोताजा रख सकते हैं साथ ही साथ अगर आपकी कार के अंदर सीलन जैसी बदबू है तो इस ह्यूमिडिफायर की मदद से आप इससे निजात पा सकते हैं।
इन्फ्लेटेबल कार एयर मैट्रेस : इन्फ्लेटेबल कार एयर मैट्रेस की मदद से आप कार की सीट को आरामदायक बेड में बदल सकते हैं। लंबी यात्रा के दौरान थकावट होने पर नॉर्मल सीट में लेटने की बजाय इस तरह के मैट्रेस का यूज कर सकते हैं, जो काफी आरामदायक हो सकता है।
रेटिंग और रिव्यू देखकर ही खरीदें ये डिवाइस
इन सभी डिवाइस को आप ऑफलाइन शॉप या अलग-अलग ई-कॉमर्स वेबसाइट से प्राइस कंपैरिजन करके खरीद सकते हैं। हालांकि, कोई भी डिवाइस को खरीदने से पहले उसकी रेटिंग और रिव्यू जरूर पढ़ें और डिलीवरी लेते समय डिलीवरी बॉय के सामने बॉक्स को ओपन करें ओर वीडियो भी बनाएं।
ऑनलाइन ऑर्डर बुक करते समय कैशऑन डिलीवरी का ऑप्शन से ही पेमेंट करें। ऑफलाइन खरीदने पर डिवाइस को अच्छी तरह से चैक करें कि वह ठीक तरह से काम कर रहा है या नहीं। इसके अलावा गारंटी-वॉरंटी कार्ड और बिल की जांच करें।
चलते-चलते जान लेते हैं कार खरीदते समय क्या-क्या सावधानी रखना चाहिए
पहले बजट तय करें और उसके अनुसार कार चुनें। इसके अलावा, हमेशा अपनी जरूरत के हिसाब से कार का चुनाव करना चाहिए। एक शो-रूम से डील लेकर उसे फाइनल न करें, बेहतर डील पाने के लिए तीन-चार और डीलरों से बात करके फाइनल डील लें।
आप शो-रूम में जो भी कार देखने जा रहे हों, तो उसके बारे में सेल्समैन से पूरी जानकारी लें, सभी फीचर्स और इंजन के बारे में में पूछें। उसी वेरिएंट चुने जिसके फीचर्स आपके रेगुलर इस्तेमाल कर कर सकते हैं। इसके अलावा गाड़ी की टेस्ट ड्राइव भी जरूर करें।
यदि नई कार खरीदने के लिए आपको लोन की जरूरत है, तो सबसे पहले आप अलग-अलग बैंकों के रेट ऑफ इंटरेस्ट के बारे में जानें और जो बैंक सबसे रेट ऑफ इंटरेस्ट दे उसी के हाथ मिला लेना चाइए।