राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के युवक-युवती की शादी को ‘लव जिहाद’ का रंग देने मामला सामने आया है। बीजेपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। मुस्लिम युवक और हिंदू युवती की पांच साल पहले मुलाकात हुई थी। एमबीए की पढ़ाई कर चुका मुस्लिम युवक और पेशे से डॉक्टर हिंदू युवती बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम करते हैं। दोनों की शादी शुक्रवार को परिवारों की सहमति से हुई थी, लेकिन भाजपा और बजरंग दल के कार्यकर्ता इसे ‘लव जिहाद’ करार देते हुए जमकर हंगामा किया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद यह मामला किसी तरह सुलझा। घटना के बाद इलाके में तनाव है। पुलिस की तैनाती भी बढ़ा दी गई है। लड़की पक्ष ने गाजियाबाद के कविनगर थाने में इसकी शिकायत दी है।
जानकारी के मुताबिक, राजनगर निवासी युवती और युवक सहपाठी रह चुके हैं। दोनों ने शुक्रवार को विशेष विवाह कानून के तहत कोर्ट में शादी की थी। शाम को रिसेप्शन रखा गया था। इसकी सूचना मिलते ही गाजियाबाद शहर के भाजपा अध्यक्ष अजय शर्मा के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता राजनगर के रिसेप्शन स्थल पर पहुंच गए थे। बाद में बजरंग दल, हिंदू रक्षा दल और धर्म जागरण मंच के कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए। ये लोग तकरीबन पांच घंटे तक हंगामा करते रहे। आखिरकार हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। लड़की के एक चाचा ने धर्मांतरण के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने बताया कि दोनों परिवार एक-दूसरे को जानते हैं। बच्चों ने जब अपनी पसंद के बारे में बताया तो परिवार ने इसकी अनुमति दे दी थी। युवती के पिता गाजियाबाद के जानेमाने व्यवसायी हैं और दादा आईएएस अधिकारी रह चुके हैं। युवक के पिता दिल्ली में प्रोफेसर हैं। युवक का परिवार मूल रूप से अलीगढ़ का है, लेकिन वे कई वर्षों नोएडा में रह रहे हैं। लड़की के परिजनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने की भी बात कही है।
लड़की के पिता ने कहा, ‘दोनों (युवक-युवती) ने एक-दूसरे के धर्म में हस्तक्षेप न करने का फैसला लिया था। यहां तक कि लड़का तो हिंदू तरीके से शादी करने को तैयार था, लेकिन मेरी बेटी निकाह करना चाहती थी।’ वहीं, युवती ने कहा कि उन्हें पहले से ही इसका अंदेशा था, इसलिए पूरी तैयारी कर रखी थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उनका फैसला है और उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग क्या सोचते हैं। भाजपा नेता अजय शर्मा ने जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाया है। बजरंग दल के मेरठ क्षेत्र के संयोजक बलराज डुंगर ने परिवार के सदस्यों से मुलाकात की लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। उन्होंने इसे ‘लव जिहाद’ करार दिया है। साथ ही कहा कि इसे बरदाश्त नहीं किया जाएगा। एसएसपी एचएन सिंह द्वारा लाठी चार्ज मामले की जांच कराने का आश्वासन देने के बाद शाम को तकरीबन 5:30 बजे यह मामला किसी तरह शांत हुआ। इसके कारण दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया था।