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साउथ अफ्रीकी प्रेसिडेंट जुमा का इस्तीफा, बोले- पार्टी का फैसला सही नहीं लेकिन मैं अनुशासित सदस्य

केपटाउन. साउथ अफ्रीका के प्रेसिडेंट जैकब जुमा (75) ने बुधवार को प्रेसिडेंट पोस्ट से इस्तीफा दे दिया। उनकी पार्टी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (ANC) पार्लियामेंट में अविश्वास प्रस्ताव लाकर उन्हें हटाने की तैयारी में थी। जुमा ने कहा कि मैं अपनी पार्टी के फैसले से सहमत नहीं हूं लेकिन मैं अपने ऑर्गनाइजेशन का अनुशासित सदस्य हूं। करप्शन मामले में भारतीय मूल के बिजनेसमैन गुप्ता ब्रदर्स- अजय, अतुल और राजेश के अरेस्ट होने के बाद राष्ट्रपति जैकब जुमा की मुश्किलें और बढ़ गई थीं। जुमा पर गुप्ता ब्रदर्स को गलत तरीके से फायदा पहुंचाने के आरोप लगे थे।

जुमा ने टीवी पर इस्तीफे का एलान किया
– जुमा ने नेशनल टेलीविजन पर अपने इस्तीफे का एलान किया। उन्होंने कहा, “मैं तुरंत प्रभाव से साउथ अफ्रीका के प्रेसिडेंट पद से इस्तीफा देता हूं।” रिजाइन देने के साथ ही जुमा का 9 साल का टेन्योर खत्म हो गया। वे दूसरी और अंतिम बार प्रेसिडेंट बने थे। 2019 में उनका कार्यकाल खत्म होता।
– जुमा की जगह साइरिल रामाफोसा को इंटरिम प्रेसिडेंट बनाया जाएगा। जुमा ने कहा कि रामाफोसा को प्रेसिडेंट बनाए जाने का फैसला सही नहीं है। रामाफोसा को दो महीने पहले ही एएनसी का प्रेसिडेंट बनाया गया था।
– जुमा ने ये भी कहा कि प्रेसिडेंट पोस्ट छोड़ने के बाद भी मैं पार्टी की सेवा करता रहूंगा।
– “मुझे अपने खिलाफ नो कॉन्फिडेंस मोशन या इम्पीचमेंट (महाभियोग) लाने का डर नहीं था। हमारे खूबसूरत देश में प्रेसिडेंट को हटाने के लिए एक कानूनी प्रक्रिया है।”
– बता दें कि जुमा के खिलाफ अपोजिशन पार्टियों की तरफ से कई बार अविश्वास प्रस्ताव लाए गए थे।

– 2005 में डिप्टी प्रेसिडेंट रहे जुमा पर रेप का आरोप लगा था। तब प्रेसिडेंट रहे थाबो मबेकी ने उन्हें हटा दिया था। बाद में जुमा सारे आरोपों से बाहर निकल आए।

इस पूरे मामले को Q&A में समझेंं

Q. गुप्ता ब्रदर्स को क्यों अरेस्ट किया गया?

-स्पेशल पुलिस हॉक्स की ओर से बुधवार को जारी स्टेटमेंट में बताया गया कि रेड्स व्रेदे फार्म केस में डाली गई। इसके बाद अजय, अतुल और राजेश गुप्ता को अरेस्ट कर लिया गया।

– गुप्ता परिवार पर आरोप है कि उन्होंने व्रेदे के करीब एस्तीना डेयरी फार्म को गलत तरीके से करोड़ों रूपए खर्च कर अपने कब्जे में ले लिया था। जबकि, इस प्रोजेक्ट को अश्वेत और गरीब किसानों की मदद लिए शुरू किया जाना था।

– इस बीच गुप्ता परिवार के वकील ने कहा कि उन्होंने अभी तक सर्च वारंट नहीं देखा है और इस मामले में फिलहाल कुछ नहीं कहेंगे।

Q. जुमा से गुप्ता ब्रदर्स का क्या है कनेक्शन?

– जैकब जुमा का बेटा दुदुजाने गुप्ता परिवार की कंपनी सहारा कम्प्यूटर्स में डायरेक्टर पद पर रह चुका है। इसके अलावा उनकी तीसरी पत्नी बोंगी नगेमा और एक बेटी भी गुप्ता की कंपनियों में नौकरी कर चुकी हैं। साउथ अफ्रीका में विपक्ष का कहना है कि इस परिवार का सरकार में दखल है।

Q. कौन है गुप्ता ब्रदर्स?

– तीनों भाई अतुल, अजय और राजेश 1993 में भारत से साउथ अफ्रीका गए थे। यहां इन्होंने कम वक्त में कम्प्यूटर, माइनिंग, एनर्जी, टेक्नोलॉजी और मीडिया से जुड़ा कारोबार खड़ा किया। परिवार पर देश की राजनीति को प्रभावित करने के आरोप लगते रहे हैं। कई लोग परिवार पर भ्रष्टाचार और पैसों की दम पर देश को चलाने का आरोप भी लगा चुके हैं।

– 2016 में गुप्ता परिवार के अतुल गुप्ता साउथ अफ्रीका के सातवें सबसे अमीर शख्स बन गए थे। देशभर में हुए एक सर्वे में उनकी नेट वर्थ करीब 773 मिलियन डॉलर्स (करीब 5 हजार करोड़ रूपए) आंकी गई थी।

Q. किस तरह के आरोप लगते रहे हैं गुप्ता ब्रदर्स पर?

– साउथ अफ्रीका के एक्स-डिप्टी फाइनेंस मिनिस्टर मकेबिसी जोनास ने 2016 में आरोप लगाया था कि गुप्ता परिवार ने उन्हें 50 मिलियन डॉलर्स (करीब 321 करोड़ रूपए) रिश्वत ऑफर की थी। तीनों भाई चाहते थे कि जोनास फाइनेंस मिनिस्टर रहते हुए उनके प्रोजेक्ट्स को पास करते रहें।

– इसके बाद 2017 में 1 लाख से ज्यादा ई-मेल्स लीक हुए थे। इनमें सरकार पर गुप्ता परिवार के प्रभाव का खुलासा हुआ था। इन मेल से गुप्ता परिवार को मिले सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स सामने आए थे, जिसके बाद लोगों ने जुमा और उनकी सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट किया था।

– पब्लिक प्रॉस्क्यूटर्स ने आरोप लगाया है कि इन तीनों भाइयों ने सरकार के पूरे सिस्टम को अपने कब्जे में कर लिया था। राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ अपनी दोस्ती का फायदा उठाकर मंत्रियों के अप्वाइंटमेंट्स में दखल दिया, करोडों के ठेके हथियाए अौर सरकार के भीतर की गोपनीय जानकारी तक पहुंच बनाई।

Q. बैंक ऑफ बड़ौदा ने साउथ अफ्रीका में बंद क्यों की सर्विस?

– बीते कुछ सालों में साउथ अफ्रीका के कई बैंकों ने गुप्ता परिवार के साथ बिजनेस रिलेशन खत्म किए हैं। इसके चलते परिवार को कंपनी के कामकाज और स्टाफ की सैलरी देने में दिक्कत आ रही थी।

– हाल ही में साउथ अफ्रीका स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा पर गुप्ता परिवार की मदद का आरोप लगा था, जिसके चलते बैंक ने देश में अपनी सेवाएं खत्म करने का एलान किया था।

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