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जासूस को जहर देने के मामले में अकेला पड़ा रूस, यूरोपीय संघ उठाएगा सख्त कदम

ब्रिटेन में रूस के जासूस को जहर देने के मामले में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अकेले पड़ते देखाई दे रहे हैं। उन पर अंतराष्ट्रीय दबाव लगातार बढ़ रहा है। यूरोपीय संघ ने रूस द्वारा ही अपने पूर्व जासूस पर नर्व एजेंट हमला कराने की संभावना जताई गई है। यूरोपीय संघ के सदस्यों ने शुक्रवार को एक शिखर सम्मेलन में सहमति जताई कि वह रूस के खिलाफ अतिरिक्त दंडात्मक कदम उठाएंगे।

रूस ने हालांकि सर्गेई और उनकी बेटी यूलिया को जहर देने से साफ इन्कार किया है। रूस के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा है कि यूरोपीय संघ के नेताओं को रूस और वाशिंगटन द्वारा मास्को-लंदन को बीच तनाव को लेकर उकसाने वाले रूस विरोधी अभियान में खींचा जा रहा है। दूसरी तरफ जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि ब्रिटिश प्रधान मंत्री थेरेसा मेई द्वारा प्रस्तुत रूसी अभियोग के सबूत बहुत ठोस आधार पर थे। ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने भी कहा, ‘सेलिसबरी में पूर्व रूसी जासूस को जहर देने की घटना यूरोप के खिलाफ रूसी आक्रामकता का ही एक हिस्सा है।’ जबकि यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने एक ट्वीट में कहा, जासूस पर हमला कराने की जिम्मेदारी रूस की है। हम सभी इस बात से सहमत हैं।

यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रीपल को जहर देने के मामले में ब्रिटेन का साथ देते हुए रूस को इसका जिम्मेदार माना है। ईयू ने इसी के चलते रूस से अपना राजदूत वापस बुला लिया है। यूरोपीय यूनियन के नेताओं का मानना है कि सर्गेई को मारने की कोशिश रूस ने ही की होगी।

बता दें कि दोनों अभी अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर है। सर्गेई अपनी बेटी यूलिया के साथ ब्रिटेन के शहर सेलिसबरी के शॉपिंग सेंटर के बाहर एक बेंच पर बेसुध मिले थे। जांच में सामने आया कि किसी नर्व एजेंट (खतरनाक रसायन) के संपर्क में आने से दोनों की यह हालत हुई।

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