indiaprime24.com

बॉल टेम्परिंग मामला: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया स्टीव स्मिथ और वार्नर पर लगा सकता है लाइफटाइम बैन

1) क्या कहते हैं ऑस्ट्रेलिया के नियम?
– ऑस्ट्रेलिया में खेलों के लिए बनाए गए नियम 42 के अनुसार, अगर कोई खिलाड़ी चीटिंग करता है तो उस पर लाइफटाइम बैन लगाया जा सकता है। लाइफटाइम बैन घटना के परिस्थिति और की गई हरकत को देखकर लगाया जाता है। वहीं, सीए के नियम 4.2.2 में यह चीटिंग का मामला आता है।
– अगर स्मिथ और वार्नर पर लाइफटाइम बैन लगता है तो ऑस्ट्रेलियाई टीम से उनकी छुट्‌टी हो जाएगी। दोनों ही आईपीएल सहित आईसीसी से संबंधित किसी भी देश के घरेलू टूर्नामेंट में नहीं खेल पाएंगे।
– दोनों की ब्रांड वैल्यू गिर जाएगी। जितनी भी कंपनियों ने उनके साथ करार किया हुआ है, वे उनसे अलग हो सकती हैं।

2) 2019 वर्ल्ड कप में कठिन होगी ऑस्ट्रेलिया की राह
– स्मिथ और वार्नर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के बड़े नाम हैं। दोनों ने मिलकर माइकल क्लार्क की कप्तानी में 2015 का वर्ल्डकप जिताया था। दोनों के हटने से 2019 वर्ल्डकप की राह कठीन हो जाएगी।
– इन दोनों के अलावा कोई खिलाड़ी ऐसा नहीं है जो पिछले पांच साल से लगातार नेशनल टीम के लिए खेला हो। ऐसे में एक कप्तान के साथ-साथ ओपनर की भी कमी हो जाएगी। ॉ

3) अन्य खिलाड़ियों के लिए होगा कड़ा संदेश
– दोनों को सजा होने पर दुनिया के सभी खिलाड़ियों के पास कड़ा संदेश जाएगा। आजतक बॉल टेंपरिंग को लेकर किसी भी खिलाड़ी पर लाइफटाइम बैन नहीं लगा है। दोनों पर बैन के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम के प्रदर्शन में गिरावट आ सकती है।

4) आईपीएल में दोनों के विकल्प ढूंढ़ना आसान नहीं
– आईपीएल में स्मिथ और वॉर्नर नाम हैं। वॉर्नर ने को 2016 में विजेता बनाया था, वहीं स्मिथ ने 2017 में पुणे सुपरजाइंट्स को फाइनल तक पहुंचाया था।
– दोनों के आईपीएल में न होने से स्टार खिलाड़ियों में कमी आएगी। वॉर्नर और स्मिथ का विकल्प ढूंढना सनराइजर्स हैदराबाद और के लिए आसान नहीं होगा।

5) वार्नर को उठाना पड़ सकता है आर्थिक नुकसान
– ऑस्ट्रेलियाई टीम को मजबूती देने वाले वार्नर बहुत से ब्रांड से जुड़े हुए हैं। इनमें एलजी, निकोलस, नाइन, टोयोटा, नेस्ले जैसे ब्रांड शामिल हैं।
– इस विवाद के बाद एलजी ने एक बयान में कहा, एक ब्रांड के रूप में हम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में सुधार लाना चाहते हैं। हमारा फोकस उस पर है, इन मूल्यों को दर्शाता है। यह हमारी प्राथमिकता है।
– जाहिर है लाइफटाइम बैन लगने पर वार्नर की ब्रांड वैल्यू घटेगी तो बहुत सी कंपनियां उनसे करार खत्म कर सकती हैं।

6) क्रिकेट का होगा नुकसान
– ऑस्ट्रेलयाई क्रिकेटरों की इस हरकत के बाद जेंटलमैन कहे जाने वाले इस खेल की प्रतिष्ठा धूमिल होगी। यह सही है कि किसी भी खिलाड़ी की पहचान उसका खेल होती है, लेकिन खेल को महान उसे खेलने वाले खिलाड़ी ही बनाते हैं।
– ऐसे में स्मिथ, वार्नर, कैमरून बेनक्रॉफ्ट के बॉल टेम्परिंग करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ही नहीं पूरी दुनिया में क्रिकेट की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचेगी।

7) पहले से ही सतर्क रहना चाहिए था क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को
– ऐसा नहीं है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने पहली बार क्रिकेट को शर्मनाक किया हो। एंड्रयू साइमंड्स और विवाद आज भी भारतीयों के जेहन में ताजा होगा।
– क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती गलतियों से सबक लिया होता तो शायद आज उसे यह शर्मनाक स्थिति नहीं देखनी पड़ती। इस बार जरूर उसने कड़े कदम उठाने के संकेत दिए हैं। हालांकि, उसे पहले से ही खिलाड़ियों को यह बता देना चाहिए कि टीम में बने रहने में उनके आचरण की भी अहम भूमिका होगी।

8) क्या नहीं कर सकते खिलाड़ी?
– फील्डर बॉल में किसी भी प्रकार का चेंज नहीं कर सकते हैं। अंपायर की देखरेख में वे बॉल से मिट्‌टी जरूर हटा सकते हैं। बॉल गीली होने पर किसी अप्रूव्ड कपड़े से उसे सुखा सकते हैं।
– खुरदुरा करने के लिए जानबूझकर ग्राउंड पर नहीं फेंक सकते हैं। अंगुलियों या अन्य किसी भी अर्टिफिशियल तरीके से उसे स्क्रैच नहीं कर सकते हैं।

Exit mobile version