न्यूयार्क। दुनिया में शक्तिशाली व्यक्ति माने जाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भाषा के लिहाज से कमजोर साबित हुए हैं। एक रिटायर शिक्षिका ने उनके पत्र में वाक्य विन्यास सहित व्याकरण की कई गलतियां पाई और अशुद्धियां दूर कर व्हाइट हाउस को मेल किया। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को भाषा का ज्ञान दिया, लेकिन मजेदार है कि भेजे गए जवाबी पत्र में भी व्याकरण की गलतियां पाई गई।
-अमेरिकी राष्ट्रपति के पत्र में व्याकरण की गलतियां मिली
-शिक्षिका ने अशुद्धियां सही कर पत्र व्हाइट हाउस को मेल किया
-जवाबी पत्र में भी गलतियां करने से नहीं चूका व्हाइट हाउस
अटलांटा की 61 वर्षीया यवोन्ने मैसोन ने हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्ताक्षर से जारी पत्र में कई गलतियां पाई। रिटायर इंगलिश टीचर ने पत्र की अशुद्धियां सही करने के बाद वापस व्हाइट हाउस को मेल किया। उन्होंने राष्ट्रपति से फरवरी में पार्कलैंड फ्लोरिडा के हाई स्कूल नरसंहार में मारे गए 17 लोगों के परिवार के सदस्यों से मिलने की सलाह दी। शिक्षिका ने कहा, ‘सच सामने रखने के लिए मैंने गुस्से में उन्हें लिखा है। मेरा मानना है कि वह शोकाकुल परिवारों के सामने इसे स्वीकार करें।’
जो अच्छा कर सकते हैं उन्हें अच्छा करना चाहिए
अटलांटा में रहने वाली पूर्व शिक्षिका डेमोक्रेट हैं। उन्होंने पत्र को कमजोर भाषा में लिखा गया औपचारिक संदेश कहा है। उन्होंने कहा, ‘खराब लेखन को मैं कतई स्वीकार नहीं कर सकती। यदि कोई अच्छा करने की क्षमता रखता है तो उसे अच्छा ही करना चाहिए।’
पूर्व शिक्षिका ने कहा है कि पत्र में व्याकरण की गंभीर गलतियां हैं। जब फेडरल का इस्तेमाल व्यक्ति वाचक संज्ञा में होगा तो पहला अक्षर कैपिटल रहेगा। उन्होंने कहा कि वह हर गलती का उल्लेख नहीं कर रही हैं, बस कुछ चीजों पर ध्यान दिला रही हैं।