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ICICI बैंक ने दी जानकारी, नियमों का पालन न करने के संबंध में SEBI ने मांगा था जवाब

नई दिल्ली । बैंक ने 25 मई को बताया था कि सेबी ने बैंक और उसकी एमडी व सीईओ चंदा कोचर से शेयर बाजारों से किए गए पूर्ववर्ती सूचीबद्धता एग्रीमेंट और सूचीबद्धता व उद्घोषणा नियमन-2015 का पालन नहीं करने पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। बीएसई को बैंक ने 24 मई को बताया था कि सेबी ने यह जानकारी मांगी है। सेबी का यह नोटिस बैंक व वीडियोकॉन समूह तथा वीडियोकॉन समूह व न्यूपावर के बीच हुए चुनिंदा लेन-देन को लेकर था। उस वक्त बैंक ने कहा था कि वह उचित समय पर इस बारे में जवाब देगा। एस्सार ग्रुप के सह संस्थापक रवि रुइया के दामाद निशांत कनोडिया द्वारा संचालित एक कंपनी ने न्यूपावर में दिसंबर, 2010 में 325 करोड़ रुपये का निवेश किया।

उसी महीने एस्सार स्टील मिनेसोटा एलएलसी को आइसीआइसीआइ बैंक के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम ने 53 करोड़ डॉलर (डॉलर के तात्कालिक भाव के हिसाब से करीब 2,400 करोड़ रुपये) का कर्ज दिया। यह कर्ज बाद में फंसे कर्ज (एनपीए) में बदल दिया गया।
वेणुगोपाल धूत की 99.9 फीसद हिस्सेदारी वाली कंपनी सुप्रीम एनर्जी द्वारा न्यूपावर को 64 करोड़ रुपये का अनसेक्योर्ड लोन देने के मामले में भी स्पष्टता नहीं थी।

चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर का आइसीआइसीआइ बैंक के कॉरपोरेट कर्जदारों के कर्ज पुनर्गठन की गतिविधियों में संलिप्त होना भी हितों के टकराव का मामला बना। हालांकि राजीव कोचर को पुनर्गठन की यह जिम्मेदारी बैंक द्वारा नहीं, बल्कि कर्जदारों द्वारा दी गई।

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