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मुख्यमंत्री कर सकते हैं भूमिपूजन 660-660 मेगावाट की इकाइयों का

भोपाल। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के सतपुड़ा थर्मल पावर प्लांट सारणी में 660-660 मेगावाट की नई परियोजना को लेकर एमपीईबी मुख्यालय जबलपुर में डीपीआर तैयार हो रही है। अगर सब कुछ सही रहा तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले दोनों विद्युत इकाई का भूमिपूजन भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री से प्राप्त निर्देश के बाद सचिवालय ने इस पर काम शुरू कर दिया है। वैसे भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस बार सत्ता में चौथी बार आने के लिए वो हर एक प्रयास करेंगे, जिससे उनकी अधिक से अधिक सीटें आ सकें। इसी कड़ी में उन्होंने सारणी बिजली घर में 660-660 मेगावाट की सुपरक्रिटिकल इकाई लगाने के लिए ऊर्जा विभाग को दिशा-निर्देश दे दिए हैं। बताया जा रहा है कि सतपुड़ा थर्मल पावर प्लांट सारणी के पावर हाउस क्रमांक 2 व 3 की 6, 7, 8 व 9 नंबर की विद्युत इकाई के स्थान पर 660-660 मेगावाट की दो नई विद्युत इकाई प्रस्तावित है। जिसे लेकर एमपीईबी मुख्यालय में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। ऐसा इसलिए कि मध्यप्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने जनरेटिंग कंपनी को इन इकाइयों से बिजली उत्पादन करने के लिए मई 2019 तक की डेडलाइन दी हैं। इसके बाद अगर कंपनी को इन इकाइयों से बिजली उत्पादन करना है तो मध्यप्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सभी नए नियमों का पालन करना होगा। जैसे कूलिंग टावर का निर्माण, पुरानी चिमनियों से निकले वाले धुएं में राख की मात्रा 100 एमजी पर एनएम क्यूब होना, 100 प्रतिशत राख का उपयोग, 0 प्रतिशत डिस्टार्च सहित अन्य कई नियम हैं।

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