नई दिल्ली । ऐसे समय में जब भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) आईडीबीआई बैंक में 51 फीसद खरीदने की योजना बना रही है, यह तथ्य सामने आया है कि बीते ढाई साल में एलआईसी को 21 सार्वजनिक बैंकों में से 18 में निवेश पर नुकसान उठाना पड़ा है।
एक निजी दैनिक की ओर से किए गए अध्ययन के मुताबिक एलआईसी ने 21 सरकारी बैंकों में 1 फीसद से ज्यादा का इक्विटी निवेश कर रखा था, लेकिन उनमें से सिर्फ तीन ने बेहतर रिटर्न दिया। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी को जिन तीन बैंकों में निवेश पर फायदा हो रहा है उनमें इंडियन बैंक, विजया बैंक और भारतीय स्टेट बैंक शामिल हैं।
इस शोध में यह भी कहा गया है कि एलआईसी के निवेश में तेज गिरावट देखने को मिली है, क्योंकि आरबीआई की ओर से बैंकों को दिसंबर 2015 से एसेट क्वालिटी रिव्यू के जरिए बैड लोन की पहचान करने को कहा था। तब से देना बैंक, यूको बैंक और बैंक बैंक ऑफ महाराष्ट्र अपनी कुल निवेश वैल्यू का 60 फीसद हिस्सा खोना पड़ा है।
निजी क्षेत्र के बैंकों में भी है एलआईसी की हिस्सेदारी: सिर्फ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में ही नहीं बल्कि निजी के बैंकों में भी एलआईसी के पास हिस्सेदारी है। निजी क्षेत्र के 9 बैंकों में एलआईसी की हिस्सेदारी 1 फीसदी से है अधिक है और उसके निवेश का मूल्य बढ़ा है। गौरतलब है कि एलआईसी आईडीबीआई बैंक में 51 फीसद हिस्सेदारी खरीदे जाने की तैयारी कर रही है। बैंक फिलहाल 50,000 करोड़ रुपये से अधिक के एनपीए (फंसे हुए कर्ज) की समस्या से जूझ रहा है।