नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कॉल ड्रॉप की समस्या से परेशान हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी ने बुधवार को बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री आवास तक पहुंचने के दौरान उन्हें कॉल ड्रॉप का सामना करना पड़ता है। मोदी ने प्रमुख विभागों के सचिवों के साथ मासिक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बातचीत में यह जानकारी दी।
मोदी ने कहा- उपभोक्ताओं की संतुष्टि जरूरी
मोदी ने दूरसंचार विभाग को इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान ढूंढ़ने के निर्देश दिए। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि मोबाइल ऑपरेटर उपभोक्ताओं की संतुष्टि का पूरा ध्यान रखें।
टेलीकॉम सचिव अरुणा सुंदरराजन ने प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान कॉल ड्रॉप समेत उपभोक्ताओं की दूसरी शिकायतों की जानकारी साझा की थी। तभी मोदी ने अपनी समस्या बताई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने यह भी पूछा कि कॉल ड्रॉप पर टेलीकॉम कंपनियों से कितनी पेनल्टी ली गई। इस पर टेलीकॉम विभाग कोई जानकारी नहीं दे पाया।
टेलीकॉम सचिव ने कहा कि तीन बार कॉल ड्रॉप पर 1 रुपए का चार्ज प्रस्ताव लागू नहीं हो सका। ट्राई के क्वालिटी ऑफ सर्विस नॉर्म्स के मुताबिक, नेटवर्क की दिक्कत जैसे मामलों में ज्यादा पेनल्टी का प्रावधान है। लेकिन मोबाइल ऑपरेटर विरोध कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि टेलीकॉम सेक्टर की दिक्कतों का समाधान आधुनिक तकनीक से होना चाहिए। मोदी ने सीमावर्ती इलाकों में मोबाइल नेटवर्क के मुद्दों का हल तलाशने के भी निर्देश दिए। ताकि देश विरोधी गतिविधियों में मोबाइल नेटवर्क का इस्तेमाल रोका जा सके।