indiaprime24.com

पाकिस्तान के बीच छा गए ‘गुरु’!

पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) बुधवार को भारत और पाकिस्तान से आपसी विवाद को सुलझा कर बेहतर पड़ोसी बनने के लिए साथ आने की अपील की। पाकिस्तान के नरोवाल में करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) की आधारशिला रखते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ, यहां के सभी दल और पाकिस्तानी सेना सभी एक साथ खड़े हैं।

उन्होंने जर्मनी और फ्रांस का उदाहरण देते हुए कहा कि उन दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ कई युद्ध लड़े और कैसे दो यूरोपियन देश यूरोपियन यूनियन के तहत एक साथ आकर उसका हिस्सा बने। पाकिस्तान पीएम ने कहा कि जब तक भारत और पाकिस्तान एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहेंगे दोनों देश आगे नहीं बढ़ेंगे।

‘अतीत से सबक लेकर आगे बढ़ें’

उन्होंने कहा- “हमें अपने अतीत से सीखना चाहिए और उसे छोड़ देने चाहिए। अतीत हमें यह सिखाता है कि हम अवश्य आगे बढ़ें। लेकिन, यहां पर हम आगे बढ़ते हैं और फिर पीछे आ जाते हैं। हमें अपने रिश्तों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता और मजबूत इच्छा शक्ति होनी चाहिए ताकि हम अच्छे पड़ोसी के साथ रह सके। आज, मैं यह कहता हूं कि मेरी पार्टी, मैं और हमारी सेना सभी एक साथ खड़े हैं। हम आगे बढ़ना चाहते हैं। हम अच्छे रिश्ते चाहते हैं। लेकिन, हमारे बीच एक समस्या है और वह है कश्मीर। मैं आपसे पूछता हूं, हम चांद तक पहुंच हैं, क्यों हम इस मुद्दा का समाधान नहीं कर सकते। जरूरत इस बात की है कि सीमा पार दोनों नेतृत्व इस मुद्दे को सुलझाए। लेकिन, इसके लिए मजबूत इरादों की जरूरत है।”

‘मदीना जाने जैसी हो रही है खुशी’

प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वह इस मौके पर मदीना जाने जैसी खुशी देख रहे हैं। इमरान ने कहा कि मैं आज वो खुशी देख रहा हूं जैसे मुस्लिम मदीन से सिर्फ 4 किलोमीटर की दूरी पर बॉर्डर के दूसरी तरफ खड़े हैं। लेकिन, वे वहां तक नहीं आ सकते हैं, पर जब वे यहां पर आएंगे तो उन्हें जो खुशी होगी आज वैसी ही खुशी यहां पर दिख रही है।

‘हमारा मसला सिर्फ कश्मीर का है’

इमरान ने कहा कि हमारा मसला सिर्फ कश्मीर का है। आखिर वो कौन सा मसला है जो हल नहीं हो सकता है। हल करने के लिए मजबूत इरादे चाहिए। पाकिस्तान सेना और सरकार एक साथ खड़ी है। भारत एक कदम आगे बढ़े तो हम दो कदम आगे बढ़ेंगे। फ्रांस-जर्मनी साथ आ सकते हैं तो फिर हम क्यों नहीं आ सकते हैं।

कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में इमरान ने भारत से आए दोस्तों का स्वागत करते हुए कहा कि वे करतारपुर के दरबार में अगले साल तक बेहतर सुविधा देंगे।

‘पता नहीं क्यों सिद्धू की हुई आलोचना’

इमरान खान ने कहा- सिद्धू जब मेरे शपथग्रहण समारोह के बाद वापस गए थे तो उन्हें काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। मुझे नहीं पता कि आखिर क्यों उनकी आलोचना की गई। वह सिर्फ शांति और भाईचारे की बात कर रहे थे। वह पाकिस्तान के पंजाब में आकर चुनाव लड़ सकते हैं, वे यहां से जीत जाएंगे।

दोनों देशों के बीच अमन की बात करते हुए इमरान ने कहा कि वे दोस्त सिद्धू की बातों से काफी प्रभावित हैं। पाक पीएम ने कहा कि उन्होंने 21 साल तक क्रिकेट खेला और 22 साल की राजनीति की है। उन्होंने कहा कि जोखिम लेने वाले खिलाड़ी सफल होता है। हार से डरनेवाला खिलाड़ी कभी सफल नहीं होता है।

Exit mobile version