भोपाल. चुनाव को लेकर अब तक प्रशासन को अपने निशाने पर रख रही कांग्रेस के सुर गुरुवार को कुछ बदले नजर आए। कांग्रेस प्रत्याशियों को मतगणना के संबंध में जानकारी देने के लिए भोपाल में बुलाई गई बैठक और उसके बाद पीसीसी में मीडिया से चर्चा के दौरान प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने प्रशासन की तारीफ की।
मतगणना के दौरान सावधानी बरतने और सतर्क रहने के लिए भोपाल के मानस भवन में पार्टी के सभी 229 प्रत्याशियों को वरिष्ठ नेताओं ने टिप्स दिए। नाथ ने अपने संबोधन में कहा कि मतगणना के दिन सबको सावधान रहना है और आशंका होने पर सशक्त विरोध दर्ज कराना है। समाधान होने पर ही मतगणना को जारी रखने देना है।
मुझे आशा है कि प्रशासन पूरी निष्पक्षता के साथ प्रत्याशियों की आपत्तियों का समाधान करेगा, क्योंकि उन्हें पता है कि 11 के बाद 12 दिसंबर भी आने वाला है। हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि हर राउंड के बाद उसकी रिजल्ट शीट दें और उस पर आरओ एवं प्रत्याशी के हस्ताक्षर भी कराएं। ऐसा होने के बाद ही आप दूसरा राउंड शुरू होने दें।
कमलनाथ और सिंधिया समर्थक आमने-सामने :
मतगणना से पहले ही कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लिए सियासत तेज हो गई है। कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक आमने-सामने आ गए हैं। बासौदा के विधायक निशंक जैन और जबलपुर पश्चिम के विधायक तरुण भनोत ने कहा कि प्रदेश में किसी परिपक्व व्यक्ति की जरूरत है।
सबसे वरिष्ठ नेता कमलनाथ है। उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। इधर, कोलारस से विधायक एवं प्रत्याशी महेंद्र सिंह यादव ने पहले भी सिंधिया के लिए सीट छोड़ने का ऐलान किया था, उन्होंने गुरुवार को फिर उसे दोहराया। मुंगावली के विधायक बृजेंद्र सिंह यादव, मुरैना से प्रत्याशी रघुराज सिंह कंसाना और दिमनी से प्रत्याशी गिर्राज दंडोतिया ने भी सिंधिया के लिए सीट खाली करने की बात कही। इनका कहना है कि प्रदेश को युवा नेतृत्व की जरूरत है।