indiaprime24.com

कमलनाथ के बयान का खासा विरोध, बीजेपी ने की माफी की मांग, एसपी बोली- यह गलत व्यवहार है

मध्य प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ के ‘यूपी-बिहार’ वाले बयान का खासा विरोध हो रहा है। कमलनाथ ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद मध्यप्रदेश में निवेश को प्रोत्साहन देने वाली योजनाओं का फायदा लेने के लिए कंपनियों से 70 प्रतिशत नौकरिया स्थानीय लोगों के देने को कहा था। उन्होंने कहा था कि एमपी में स्थानीय लोगों को काम नहीं मिलता, जबकि यूपी-बिहार वाले यहां काम करते हैं। बीजेपी ने कमलनाथ के बयान की आलोचना करते हुए उसे ‘बांटने’ वाला बताया।

बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कमलनाथ के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि वह मौजूदा नियमों से अंजान हैं, जो स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता देने की बात कर रहे हैं।

बीजेपी नेता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘वह केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। उन्हें नियमों की जानकारी होनी चाहिए। वह जो बात कर रहे हैं, वह नियत पहले से है। ऐसे दावे करके वह सिर्फ लोगों को गुमराह कर रहे हैं।’

वहीं समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी कमलनाथ के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि पहले महाराष्ट्र और दिल्ली से ऐसा सुनने को मिलता था, अब एमपी भी इनमें शामिल हो गया है। उन्होंने कहा, ‘यह गलत है, अक्सर आप महाराष्ट्र से भी यही सुनते हैं। उत्तर भारतीय यहां क्यों आए हैं? उन्होंने यहां नौकरियां क्यों ली हैं? दिल्ली से और अब एमपी से भी यह सुनने को मिल रहा है। अगर ऐसा है तो उत्तर भारतीय फैसला क्यों करें कि केंद्र में किसकी सरकार होगी?’

बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने नरेंद्र तोमर के बयान से सहमति जताई और आरोप लगाया कि कमलनाथ बांटने की राजनीति कर रहे हैं और एक क्षेत्र के लोगों को दूसरे क्षेत्र के लोगों के खिलाफ कर रहे हैं।

विजयवर्गीय ने कहा कि यदि कमलनाथ का बयान राजनीति में भी लागू हो गया तो उन्हें काफी पोशानी हो जाएगी। उन्होंने कहा, ‘कमलनाथ का जन्म कानपुर में हुआ। उनकी पढ़ाई-लिखाई बंगाल में हुई। उनका बिजनस पूरे देश में है। वह एमपी के सीएम हैं। ऐसा बयान उन्हें शोभा नहीं देता।’

वहीं बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग की है। सिंह ने कहा, ‘यूपी-बिहार के लोग अपनी कड़ी मेहनत से राज्य के विकास में भागीदारी करते हैं। कमलनाथ को जवाब देना चाहिए कि भारत संघीय रचना का हिस्सा है या नहीं। राहुल गांधी को इस बयान के लिए यूपी और बिहा के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।’

पूर्व केंद्रिय मंत्री रजीव प्रताप रूडी ने कहा कि उनके राज्य और यूपी के लोग देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे हैं और उन राज्यों के विकास में योगदान दे रहे हैं।

Exit mobile version