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उपेंद्र कुशवाहा के जाने से बिहार में मजबूत हो सकता है NDA, RJD-कांग्रेस को 5 सीटें मिलने के आसार

बिहार में अभी लोकसभा चुनाव हों तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) जनता की पहली पसंद हो सकता है। यह बात गुरुवार (24 जनवरी, 2019) को एबीपी न्यूज-सी वोटर के एक सर्वे में सामने आई। सर्वे के मुताबिक, सूबे की कुल 40 लोकसभा सीटों में 35 एनडीए के खाते में जा सकती हैं, जबकि पांच सीटें संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के हिस्से जाने के आसार हैं।

एनडीए को मिलने वाली संभावित 35 सीटों में से 20 सीटें नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जनता दल (यूनाइटेड) और राम विलास पासवान की लोक जन शक्ति पार्टी (एलजेपी) को संयुक्त रूप से मिल सकती हैं। मौजूदा समय में ये दोनों दल ही राज्य में एनडीए की सहयोगी पार्टियां हैं। वहीं, शेष 15 सीटें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की झोली में जाने की संभावना है।

उधर, यूपीए को मिलने वाली पांच सीटों में चार सीटें राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को मिल सकती हैं, जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है। यह पोल इस बात के संकेत भी देता है कि कुछ रोज पहले एनडीए से नाता तोड़ने वाले राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के जाने से एनडीए को और मजबूती मिल सकती है।

बता दें कि 2014 के चुनाव में कुशावाहा एनडीए में थे और तब इसे 31 सीटें मिली थीं। इसमें बीजेपी को 22, एलजेपी को छह व आरएलएसपी को तीन सीटें मिली थीं, जबकि हालिया सर्वे के अनुसार, 2019 के चुनाव में कुशवाहा के जाने के बाद भी एनडीए के पास 35 सीटें आने की उम्मीद जताई जा रही है।

बंगाल में ‘दीदी’ देंगी एनडीए को झटका?: पश्चिम बंगाल में एनडीए को करारा झटका लग सकता है। सर्वे की मानें तो राज्य की कुल 42 लोकसभा सीटों में महज सात सीटें एनडीए के खाते में जा सकती हैं, जबकि एक यूपीए और 34 सीटें अन्य के पाले में जाने की संभावना है।

गुजरात में चलेगा मोदी मैजिक!: महाराष्ट्र की बात करें तो वहां की कुल 48 लोकसभा सीटों में 20 सीटों पर एनडीए काबिज हो सकती है, जबकि 28 सीटें यूपीए पास जाने के आसार हैं। गुजरात में कुल 26 लोकसभा सीटें हैं, जिसमें 24 एनडीए पा सकती है और दो यूपीए को मिलने की उम्मीद जताई गई है।

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