लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने को लेकर बेहद गंभीर बसपा मुखिया मायावती ने आज भाजपा के साथ ही केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। उनके साथ राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी मंच पर हैं। सभा में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव नहीं हैं ।मायावती यहां बसपा प्रत्याशी योगेश वर्मा के पक्ष में चुनावी सभा करने आई हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने यहां के अनूपशहर रोड पर मौसम गढ़ में मंच पर माइक थामते ही सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अली व बजरंग बली को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा कि मैं तो उनको यह बता दूं कि हमारे अली भी हैं और बजरंग बली भी हैं। हमें दोनों चाहिए। दोनों के गठजोड से अच्छा रिजल्ट मिलने वाला है। प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ को न तो अली और ना ही मेरी जाति का वोट मिलेगा। दोनों वर्ग कांग्रेस व भाजपा को छोड़ चुके हैं। हमारी पार्टी धर्म जाति पर वोट नहीं मांगती है। यह काम सिर्फ और सिर्फ भाजपा करती है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी भी पीछे नहीं है। राफेल जैसे मामले निकल रहे हैं। सीमा पर आज भी आतंकी घुसपैठ करते हैं। भाजपा व कांग्रेस ने सीबीआइ समेत तमाम विभागों का गलत प्रयोग किया है। मायावती ने कहा बीजेपी ने घोषणा पत्र में जो वादे किए कांग्रेस की तरह खोखले रहे हैं। 15 लाख रुपये देने की घोषणा गरीबों का मजाक व जुमला बनकर रह गए हैं। अब कंग्रेस भी इसी राह पर है जबकि कांग्रेस को देश की जनता पहले ही उखाड़ चुकी है। यदि हमारी सरकार केंद्र में आई तो छह हजार नहीं स्थायी नौकरी दी जाएगी। गरीब नौकरी देने से दूर होगी। ऊन्होंने जनता से अपील की है कि किसी प्रलोभन में नहीं आना है।
मायावती ने कहा कि पहले मोदी को केंद्र से रोको फिर प्रदेश में योगी को रोकना है। सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय की नीति पर हम काम करेंगे। बुलंदशहर से पुराना नाता रहा है। उम्मीद है कि निराश नहीं करेंगे।
मायावती ने कहा कि वोट के समय घबराएं नहीं। कोई बात होने पर पोलिंग पार्टी मीडिया और प्रत्याशी को बताएं। मुझे नेता मानते हो तो पहले वोट और खाना बाद में खाना। जाति कोई पूछे तो उसको टरका देना वरना कोई गड़बड़ कर सकता है। गठबंधन को मजबूत रखना है। कहा कि आजादी के बाद लंबे समय से कांग्रेस व बीजेपी की सरकार रहीं हैं। भाजपा केंद्र में गलत नीतियों के चलते बाहर की जाएगी। अब चौकीदारी या जुमलेबाजी नहीं चलेगी।
प्रधानमंत्री ने देश में बेरोजगार, युवा किसान आदि पूरी जनता को अच्छे दिन का झांसा दिया था। अब ये नहीं सुनेगी जनता। यह हवा हवाई घोषणा करते रहें हैं। पुलवामा हमले में भी यह जारी रहा है। इनकी सरकार धन्ना सेठों को मालामाल करने में जुटी रही है। चुनाव से पहले भी प्रलोभन दिया गया. जबकि देश की जनता परेशान है। बेसहारा पशु, गन्ना मूल्य भुगतान और सरकारी काम फाइल में दबकर रह गए हैं।