फ्रैंकफर्ट । अब जर्मनी की कंपनी भारत में लोगों को PAN कार्ड जारी होने में मददगार साबित होगी। जर्मन पेमेंट्स कंपनी वायरकार्ड (Wirecard) ने बुधवार को कहा कि वह भारत के साथ टैक्स आइडेंटिटी कार्ड्स (पैन कार्ड) जारी करने की प्रक्रिया को और सरल बनाने के लिए काम करेगी। आपको बता दें कि बैंक अकाउंट खोलने, मनी ट्रांसफर या बिजनेस लेनदेन को पूरा करने के लिए PAN कार्ड जरूरी है। सरकारी कंपनी यूटीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी एंड सर्विसेज (UTIITSL) के साथ हुए वायरकार्ड की डील का उद्देश्य पैन कार्ड की वितरण व्यवस्था का विस्तार करना है।
आपको बताते चलें के लगभग 130 करोड़ की आबादी वाले भारत में ज्यादातर लोग अनौपचारिक अर्थव्यवस्था में जीते और काम करते हैं। वायरकार्ड, जिसकी मौजूदगी पहले से ही भारत में है, ने कहा है कि 350 शहरों में उसके 1,500 रिटेल एजेंट का नेटवर्क है। यह कंपनी पैन कार्ड के लिए लोगों से जरूरी दस्तावेज स्वीकार करेगी और स्कैन करेगी।
ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार एक बार फिर से केंद्र में बनेगी। कल लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होंगे। प्रधानमंत्री मोदी वित्तीय समावेशन (फाइनेंशियल इन्क्लूजन) का व्यापक तौर पर विस्तार करना चाहते हैं और वह पहले ही यूनिवर्सल बायोमेट्रिक आइडेंटिटी कार्ड स्कीम लॉन्च कर चुके हैं।
म्यूनिख की कंपनी वायरकार्ड की स्थापना 1999 में हुई थी। यह एक डिजिटल पेमेंट्स प्लैटफॉर्म संचालित करती है जो मर्चेंट्स के लिए पेमेंट की देखरेख करती है और उपभोक्ताओं को वास्तविक और वर्चुअल पेमेंट्स कार्ड जारी करती है।