पाकिस्तान में भारत के वाणिज्य दूतावास पर अतिक्रमण का मामला सामने आया है. वाणिज्य दूतावास में इस तरह हुए अतिक्रमण का विरोध भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग में दर्ज कराया है. भारत ने स्पष्ट कहा है कि दूतावास से अतिक्रमण को तुरंत खाली कराया जाए. इससे पहले भी भारतीय उच्चायुक्त में बने घर को कब्जाने की कोशिश की जा चुकी है.
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के कराची में बने भारतीय दूतावास में एक समूह ने कथित तौर पर वहां मौजूद गार्डों को धमकी देते हुए दूतावास के अंदर जबरन प्रवेश कर लिया. कराची स्थित यह दूतावास 1994 से बंद पड़ा है. दरअसल यहां पर रहने से भारतीय दूतावास के सदस्यों से इनकार कर दिया था. दूतावास के सदस्यों का कहना था कि जहां पर 1993 मुंबई बम धमाकों का षड्यंत्र रचा गया हो और जहां आतंकी दाऊद इब्राहिम रहता हो वहां पर वह नहीं रहेंगे. तब से ये दूतावास बंद ही पड़ा है.
अतिक्रमण की कोशिश के बारे में पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त हैदर शाह को बता दिया गया है. इस संबंध में विदेश मंत्रालय ने पाक उप उच्चायुक्त को तलब किया है. पाकिस्तान ने कराची में स्थित दूतावास को दोबारा खोलने के लिए शर्त रखी है कि उसे मुंबई में दूतावास खोलने की इजाजत दी जाए. गौरतलब है कि छह मंजिला इस इमारत में रात के समय लाइट नहीं जलती है, जिसके कारण यहां पर अराजकतत्वों का आना जाना लगा रहता है. यहां पर दरवाजे बंद रहते हैं और केवल गार्डों के परिवार के लिए एक छोटा सा गेट खुला रहता है.