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बिना समझौते वाले Brexit के विरोधी सांसद हुए एकजुट

लंदन। ब्रिटेन में सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी और विपक्षी लेबर पार्टी के सांसदों का बड़ा समूह यह निश्चित करने में जुट गया है कि बिना समझौते के Brexit न हो जाए। यूरोपीय यूनियन से बिना शर्तों के अलगाव से ब्रिटेन को नुकसान होने की आशंका है।

PM पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे बोरिस जॉनसन के इस वक्तव्य के बाद कि समझौता नहीं हुआ तब भी 31 अक्टूबर को ब्रिटेन यूरोपीय यूनियन से अलग हो जाएगा। सत्तापक्ष और विपक्ष के सांसद सक्रिय हुए हैं। संसद में सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी का बहुमत नहीं है।

इसलिए उसे Brexit से संबंधित विधेयक पारित कराने के लिए विपक्षी सांसदों के समर्थन की भी जरूरत पड़ेगी। जबकि सत्तापक्ष और विपक्ष के सांसदों का बहुमत बिना समझौते के यूरोपीय यूनियन से अलग होना (Brexit) नहीं चाहते। टेरीजा मे के तीन बार पेश किए समझौता प्रस्तावों को संसद अस्वीकार कर चुकी है।

कंजरवेटिव पार्टी और सहयोगी डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी के कुछ सांसदों ने टेरीजा के प्रस्तावों को समर्थन नहीं दिया था। टेरीजा ने कभी बिना समझौते के Brexit के प्रयास नहीं किए।

लेबर पार्टी के प्रवक्ता बैरी गार्डिनर ने कहा है कि नई सरकार ने यदि बिना समझौते वाले Brexit के प्रयास किए तो वह सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं।

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