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यमन के हूती विद्रोही सऊदी अरब पर कर रहे नए सिरे से हमले की तैयारी

हूती विद्रोही सऊदी अरब पर नए हमले की तैयारी कर रहे हैं। हूती विद्रोही नेताओं का कहना है कि अगर रियाद ने शत्रुता को खत्म किए जाने की दिशा में बातचीत नहीं की तो जल्द इसे अंजाम दिया जाएगा। मालूम हो कि इससे पहले हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब के सऊदी अरामको तेल प्लांट पर हमला किया था, इस हमले से इस प्लांट को नुकसान हुआ था। उसके बाद 15 दिनों तक इस प्लांट में उत्पादन बंद रहा था। अब इन विद्रोहियों ने फिर से हमला करने की धमकी दी है।

14 सितंबर को सऊदी अरामको प्लांट पर हुए हमले की जिम्मेदारी भी इस संगठन ने ली थी। ये संगठन यमन में विद्रोही आंदोलन के खिलाफ लड़ने वाला संगठन है। इस संगठन के हमले के बाद प्लांट के तेल उत्पादन पर असर पड़ा था। हूती विद्रोहियों का ये संगठन यमन में विद्रोही आंदोलन के खिलाफ लड़ने वाले संगठनों में शीर्ष पर है। इस बारे में स्पूतनिक नामक वेबसाइट पर एक खबर भी प्रकाशित की गई है।

हूती के सुप्रीम पॉलिटिकल काउंसिल ने एक टीवी चैनल के हवाले से एक बयान में कहा कि शांतिपूर्ण और प्रयासों से बातचीत में सफलता नहीं मिलने पर इस तरह के हमले किए गए थे। यदि इस दिशा में बातचीत नहीं हुई तो आने वाले समय में बड़े पैमाने पर हमले किए जाएंगे, इसके लिए तैयारियां चल रही हैं।

राजनीतिक परिषद ने उल्लेख किया कि सऊदी तेल सुविधाओं पर हाल के हमले विद्रोहियों की क्षमताओं की तुलना में केवल काफी छोटा हिस्सा था। वो इससे बड़ा हमला करने की क्षमता रखते हैं।

सऊदी अरब पर हूती विद्रोहियों ने जब अपने हमले को रोके जाने की घोषणा की तो सऊदी अरब आंशिक युद्ध विराम के लिए सहमत हो गया। ये बातें मीडिया रिपोर्ट से सामने आई है। इसके बाद हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब के इस दावे को खारिज कर दिया, उनकी ओर से कहा गया है कि कोई युद्ध विराम नहीं हुआ है वो हवाई हमले जारी रखेंगे। आने वाले कुछ दिनों में इस तरह के हमले देखने को मिलेंगे। इसके लिए तैयारियां की जा रही है।

उधर रियाद ने दावा किया कि उसकी तेल सुविधाओं पर हमले ईरान द्वारा किए गए थे, न कि हूती विद्रोहियों ने ऐसा किया था। इसके लिए उनकी ओर से ये तर्क भी दिया गया था कि हूती विद्रोहियों के पास इस तरह का हमला करने की क्षमता नहीं है। वो इस तरह का हमला नहीं कर सकते हैं।

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