indiaprime24.com

एअर इंडिया की 100% हिस्सेदारी के साथ इन दो कंपनियों को भी बेचने के लिए सरकार ने मंगाई बोलियां

नई दिल्ली. भारी-भरकम कर्ज़ में दबी सरकारी एविएशन कंपनी एअर इंडिया (Air India Sale) में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने के लिए सरकार ने बोलियां मंगाई हैं. इसकी आखिरी तारीख 17 मार्च 2020 है. साथ ही, सरकार ने सब्सिडियरी कंपनी एअर इंडिया एक्सप्रेस ( Air India Express) और एयरपोर्ट सर्विस कंपनी AISATS को भी बेचने के लिए बोलियां आमंत्रित की है. एअर इंडिया को बेचने के लिए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने हाल में ड्राफ्ट को मंजूरी दी है. गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता वाले जीओएम की बैठक में यह फैसला हुआ था.

सरकार, एअर इंडिया की 100% हिस्सेदारी बेच रही है. पिछले साल 76% शेयर बेचने के लिए बोलियां मंगवाई थीं, लेकिन कोई खरीदार नहीं मिला. इसके बाद ट्रांजेक्शन एडवाइजर ईवाय ने बोली प्रक्रिया विफल रहने के कारणों पर रिपोर्ट तैयार की थी. रिपोर्ट के आधार पर इस बार शर्तों में बदलाव किया गया है.

एअर इंडिया लंबे समय से घाटे में चल रही है. 2018-19 में 8,556.35 करोड़ रुपए का घाटा (प्रोविजनल) हुआ. एयरलाइन पर 50,000 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का कर्ज है. इसलिए सरकार एयर इंडिया को बेचना चाहती है. मार्च तक बिक्री प्रक्रिया पूरी करने की योजना है.

आपको बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार की तरफ से कहा गया था कि संकट के दौर से गुजर रही एअर इंडिया को अगर कोई नया खरीदार नहीं मिला तो इसे बंद करना पड़ सकता है. छोटी-छोटी पूंजीगत व्यवस्था की मदद से इस एअर इंडिया का परिचालन जारी रखना मुश्किल हो रहा है.

Exit mobile version