indiaprime24.com

ईरानी राष्ट्रपति रूहानी ने कहा-अमेरिका के लिए इस्लामी क्रांति ‘असहनीय’

ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने मंगलवार को संयुक्त राज्य अमेरिका पर इस्लामी क्रांति के ‘असहनीय’ लगने का आरोप लगाया। ईरान में मंगलवार को इस्लामी क्रांति की सफलता की 41वीं वर्षगांठ मनाई गई।

स्वर्गीय इमाम खुमैनी के नेतृत्व में 11 फरवरी, 1979 को ईरान में हुई इस्लामी क्रांति की 41वीं वर्षगांठ पर तेहरान में एक रैली को संबोधित करते हुए रूहानी ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक महान राष्ट्र की जीत को स्वीकार करना असहनीय है क्योंकि इस भूमि से एक महाशक्ति को बाहर निकाल दिया गया।

उन्होंने कहा कि इस देश में वापस लौटने के लिए 41 वर्षों तक उनका सपना देखना स्वाभाविक है, क्योंकि उन्हें पता हैं कि हम मध्य पूर्व के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक हैं। रूहानी, संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ बढ़ रहे तनाव के बीच एक रैली को संबोधित कर रहे थे।

इस्लामी क्रांति का सबसे बड़ा कारण अमेरिकी समर्थक शाह के शासन का क्रूर, भ्रष्ट और पश्चिमी सभ्यता का समर्थक होना था। वर्ष 1979 में अमेरिका समर्थित शाह की सरकार को सत्ता से बाहर कर दिए जाने के कारण तेहरान और वाशिंगटन एक दूसरे के दुश्मन हैं।

Exit mobile version