इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है। वहां, ये आंकड़ा 2700 के पार पहुंच गया है। सबसे ज्यादा कोविड-19 के मामले पंजाब प्रांत से सामने आए हैं। यहां संक्रमितों की संख्या 1000 के पार पहुंच गई है। पाकिस्तान की नेशनल हेल्थ सर्विसेज के मुताबिक, कोविड-19 ने अब तक 40 लोगों की जान ले ली है, जबकि 130 मरीज ठीक हो चुके हैं।
पाकिस्तान का पंजाब प्रांत देश में कोरोना वायरस का हॉट-स्पॉट बन गया है। यहां रिकॉर्ड 1072 मामले सामने आए हैं। यहां, सिंध में 839, खेबर पख्तून में 343, बलूचिस्तान में 175, गिलगिट-बाटिस्तान में 193, इस्लामाबाद में 75 और पाक अधिकृत कश्मीर में 11 केस हैं।
अधिकारियों ने बताया कि देश में वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा है, लेकिन सरकार द्वारा इसे रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बावजूद यह तेजी से फैल रहा है। विश्व बैंक ने शुक्रवार को नोवेल कोरोन वायरस के प्रभाव से निपटने में मदद करने के लिए पाकिस्तान को सहायता के लिए 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मंजूरी दी है।
रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, ‘पाकिस्तान में महामारी प्रतिक्रिया प्रभावकारी’ शीर्षक वाली परियोजना, सरकार को बीमारी के बारे में तैयार करने और प्रतिक्रिया देने और सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों के लिए राष्ट्रीय प्रणालियों को मजबूत करने के लिए समर्थन करेगी। साथ ही कहा जा रहा है कि किसी को नहीं पता यह महामारी कब तक चलेगी। इस बीच प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक बड़े राहत पैकेज की घोषणा की है।
इधर, पाकिस्तान के स्थानीय अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने एनडीएमए ने सरकार के सामने पाकिस्तान के बड़े शहरों में मौजूद होटलों को क्वारंटाइन सेंटर्स में तब्दील करने का प्रस्ताव रखा था। सरकार से अनुमति मिलने के बाद एनडीएमए ने भी सभी होटलों को खाली करने के निर्देश दे दिए थे। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान इस्लामाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अतर मिनल्लाह ने कहा कि सरकार और एनडीएमए द्वारा किए गए प्रयासों से जाहिर है कि जनता की बड़े स्तर पर देखभाल किया जाना जरूरी है।