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पेंशन के लिए 75 वर्षीय दिव्यांग महिला ने ट्राइसाइकिल से तय की 600 किलोमीटर की दूरी

मध्य प्रदेश में 75 वर्ष की एक दिव्यांग महिला ने पेंशन लेने के लिए अपनी ट्राइसाइकिल चलाकर उज्जैन से अशोकनगर पहुंच गई. उज्जैन से अशोकनगर की दूरी करीब 300 किलोमीटर है. केंद्र की मोदी सरकार दिव्यांगजनों को लॉकडाउन में 1000 रुपये हर महीने सहायता राशि दे रही है. इसी पैसे को लेने के लिए यह वृद्ध महीला 300 किलोमीटर ट्राइसाइकिल चलाकर उज्जैन से अशोकनगर पहुंच गई.

राजगढ़ जिले के ब्यावरा में आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर 75 वर्षीय उज्जैन निवासी निबियाबाई चिलचिलाती धूप में ट्राइसाइकिल चलाती हुई गुजर रही थीं तभी एक पुलिसकर्मी की नजर उनपर पड़ी. पुलिसकर्मी संजय सिंह ने जब वृद्ध महिला से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले ही वह ट्राइसाइकिल से ही उज्जैन से अपने पैतृक निवास अशोकनगर पहुंची थीं.

वृद्ध महिला ने पुलिसकर्मी संजय सिंह को बताया कि उनके आधार कार्ड पर अशोकनगर का ही पता अपडेट है. उनके दिव्यांग पेंशन का पैसा यहीं से मिलता है. वृद्ध महिला ने बताया कि वह दिव्यांग पेंशन लेने के लिए उज्जैन से अपनी ट्राइसाइकिल से यात्रा कर एबी रोड होते हुए अशोकनगर पहुंचीं और अब उज्जैन वापस जा रहीं हैं

पुलिसकर्मी संजय सिंह को दिव्यांग निबियाबाई ने बताया कि उनकी कोई संतान नहीं है. वह अपने पति के साथ उज्जैन में किराए के मकान में रहती हैं. पुलिसकर्मी ने वृद्ध दिव्यांग महिला को खाना खिलाया और पानी-बिस्किट देकर विदा किया. इस रह दिव्यांग महिला ने उज्जैन से अशोकनगर और फिर अशोकनगर से उज्जैन की कुल 600 किलोमीटर की दूरी अपनी ट्राइसाकिल से तय की.

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