
मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में अगले 3 दिन तक हल्की बारिश होने का दौर रहेगा। सागर, शहडोल और रीवा में बारिश होने का अनुमान है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन संभाग में मौसम साफ रहेगा। नमी की वजह से लोकल सिस्टम भी एक्टिव हो सकते हैं। इससे भी कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, सिवनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। बाकी हिस्सों में मौसम साफ ही रहेगा। इससे गर्मी और उमस का असर बढ़ जाएगा।
इस वजह से बारिश के आसार
सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि ट्रफ लाइन हिमालय की तरफ शिफ्ट हो गया है। कम दवाब का क्षेत्र बना हुआ है। इन दोनों के प्रभाव से प्रदेश के पूर्वी हिस्से में हल्का असर रहेगा। कुछ जगहों पर तेज बारिश भी हो सकती है। 2 से 5 अगस्त तक रीवा, शहडोल, सागर संभाग में बारिश होने की संभावना है। इसके बाद बारिश की स्थिति में गिरावट देखने को मिलेगी।
24 घंटे में कैसा रहा मानसून
मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। रतलाम में 20 मिमी यानी पौन इंच से ज्यादा पानी गिरा। सीधी, उमरिया, उज्जैन में भी कुछ देर के लिए तेज बारिश हुई। नौगांव, खजुराहो, सतना, इंदौर, रीवा, छिंदवाड़ा, दमोह, मलांजखंड, धार, जबलपुर और ग्वालियर में हल्की बूंदाबांदी हुई।
राजस्थान के कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने पर चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने लगा। मुरैना में मंगलवार सुबह तक नदी का जलस्तर 123.40 मीटर पहुंच गया। सोमवार शाम यह उसैद-पिनाहट घाट पर 118 मीटर से ऊपर था। खतरे का लेवल 138 मीटर रहा।
शनिवार से सोमवार रात तक राजस्थान के कोटा बैराज के सात गेट खोलकर 9563 क्यूसेक पानी को छोड़ा गया था। अभी दो दिन और कोटा बैराज से पानी छोड़ा जाएगा। ऐसे में प्रशासन ने चंबल किनारे बसे गांवों को खाली कराने के लिए आदेश जारी कर दिया है। इन गांवों में घेर, बीलपुर, कुथियाना सहित अन्य गांव शामिल हैं। पिछले साल बाढ़ के चलते नदी किनारे बसे गांव में भारी नुकसान हुआ था। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर 137.60 मीटर तक पहुंच गया था। चंबल नदी ने किनारों के गांव में भारी तबाही मचाई थी।
MP के पूर्वी हिस्से में कम बारिश
मध्यप्रदेश में 1 जून से अब तक ओवरऑल 1% ज्यादा बारिश हुई है। इनमें प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 10% तक कम बारिश दर्ज की गई है, जबकि पश्चिमी हिस्से में 11% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश
सिवनी-नरसिंहपुर में करीब 28 इंच बारिश हुई है। छिंदवाड़ा, हरदा, इंदौर, नर्मदापुरम, रायसेन, सीहोर और रतलाम में आंकड़ा 24 इंच से ज्यादा है।
बालाघाट, डिंडोरी, मंडला, सागर, बैतूल, बुरहानपुर, देवास, शाजारपुर, उज्जैन और विदिशा में आंकड़ा 20 इंच या इससे ज्यादा है।
अनूपपुर, जबलपुर, कटनी, शहडोल, आगर-मालवा, अलीराजपुर, भिंड, भोपाल, गुना, झाबुआ, नीमच, श्योपुरकलां और शिवपुरी में 16 इंच या इससे ज्यादा बारिश हो चुकी है।
इन जिलों में सबसे कम बारिश
अशोकनगर, दतिया, ग्वालियर, सतना, सिंगरौली में 10 इंच से भी कम बारिश हुई है।
अब जानिए मध्यप्रदेश में कैसे रहेंगे अगले 24 घंटे
तेज बारिश: सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, सिवनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में तेज बारिश का अलर्ट है।
हल्की बारिश: भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला और बालाघाट में मौसम साफ रहेगा। कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है।
MP के 5 बड़े शहरों में मौसम का हाल
भोपाल: मौसम साफ रहेगा। धूप होने से गर्मी और उमस का असर रहेगा। कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
इंदौर: गर्मी और उमस का असर रहेगा। बूंदाबांदी के आसार भी है।
ग्वालियर: तेज या हल्की बारिश का अनुमान नहीं है। नमी से बूंदाबांदी जरूर हो सकती है।
जबलपुर: तेज बारिश का अलर्ट नहीं है। मौसम साफ रहेगा।
उज्जैन: हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। तेज बारिश के आसार नहीं है।