
मोदी सरकार ने गुरुवार को अपने इस कार्यकाल का आखिरी पूर्णकालिक बजट पेश किया। आम बजट को लेकर जनता में एक तरफ ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है वहीं दूसरी तरफ सियासी पार्टियों में भी तकरार जारी है। सरकार इस बजट को सराहनीय बता रही है वहीं विपक्ष बजट के जरिए सरकार को घेरने की कोशिश में जुटी हुई है। एनडीए के सहयोगी दल शिवसेना भी चुटकी लेने में पीछे नहीं है।
पार्टी सांसद संजय राउत ने इस बजट को शानदार तो बताया लेकिन कागजों पर। उन्होंने कहा कि पूरे देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन सरकार सजग नहीं दिख रही है। राउत ने तंज कसते हुए कहा कि गुजरात चुनाव ट्रेलर थे, राजस्थान उपचुनाव इंटरवल और 2019 में पूरी फिल्म दिखाई जाएगी।
2019 में अकेले चुनाव लड़ने के सवाल पर राउत ने कहा कि लोकसभा चुनाव शिवसेना अकेले ही लड़ेगी। हम अपने संकल्प से पीछे नहीं हटनेवाले हैं। उन्होंने कहा कि एक बार तीर कमान से निकल गई तो वापस नहीं आती।
वहीं चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलगुदेश पार्टी के सांसद टीजी वेंकटेस ने भी करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हम संग्राम छेड़ने जा रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बीजेपी पर गठबंधन धर्म नहीं निभाने का आरोप लगाया था। वेंकटेस ने कहा कि हमारे पास तीन रास्ते हैं एक कोशिश करो और बने रहो, दूसरा सांसदों का इस्तीफा और तीसरा गठबंधन से अलग होना।