
SBI, ICICI और HDFC बैंकों के ग्राहकों के लिए बड़ी खबर. जल्द ही ये सभी बड़े बैंक अपनी फ्री सर्विस पर चार्ज लगा सकते हैं. साथ ही कम कीमत पर मिलने वाली सर्विस को भी महंगा कर सकते हैं. ये सभी बड़े बैंक आने वाले समय में चेक बुक, अतिरिक्त क्रेडिट कार्ड और ATM के इस्तेमाल करने पर शुल्क लगा सकते हैं. दरअसल, टैक्स डिपार्टमेंट इन बैंकों को लगातार नोटिस भेजकर ग्राहकों को बैंक की ओर से दी जाने वाली फ्री सेवाओं पर जीएसटी देने को कह रहा है.
यही वजह है की बैंक जीएसटी के इस बोझ को ग्राहकों पर डालने जा रहे हैं. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दो माह में कर विभाग ने इन बैंकों को शुरुआती नोटिस जारी किया है. ये जीएसटी नोटिस इस साल अप्रैल में बैंकों को भेजे गए 40 हजार करोड़ रुपये के सेवा टैक्स और जु्र्माने की नोटिस से अलग है.
बैंक के एक अधिकतर के मुताबिक इस पैसे से बैंकों का कोई लेनादेना नहीं है. ग्राहकों से लिया जाने वाला पैसा सीधे सरकार के पास जाएगा. उन्होंने बताया कि ग्राहकों से कितने की वसूली की जाएगी यह बैंक-बैंक पर निर्भर करेगा. अधिकतर बैंक ऐसा दिसंबर से कर सकते हैं.
बैंक फ्री सेवाओं पर 18 फीसदी जीएसटी चार्ज करने को लेकर सहमत हुए हैं. इस मामले के जानकारों का कहना है कि ग्राहकों से जीएसटी की वसूली करने को लेकर सहमति बन गई है. बस इसको लेकर एक तंत्र विकसित किया जा रहा है. टैक्स डिपार्टमेंट का कहना है कि खाते में न्यूनतम राशि रखने वाले ग्राहकों को बैंक फ्री में कुछ सेवाएं देते हैं लेकिन इन सेवाओं पर जीएसटी लगेगा. ये राशि खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने वाले ग्राहकों से वसूल किए जाने वाले शुल्क पर लगने वाले जीएसटी के बराबर होगा.