MP में राज्यसभा की 3 सीट के लिए BJP और कांग्रेस में खींचतान

भोपाल: राज्यसभा की 55 सीटों के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. राज्यसभा में खाली होने वाली इन सीटों पर 26 मार्च को वोटिंग होगी. नतीजे भी शाम तक आ जाएंगे. 17 राज्यों की 55 सीटों में मध्यप्रदेश की 3 और छत्तीसगढ़ की 2 सीटें शामिल हैं. इन राज्यों में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में खींचतान की स्थित सामने आ रही है.

मध्य प्रदेश से कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, भाजपा से प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल अप्रैल में पूरा हो जाएगा. इन सीटों पर अपने उम्मीद्वारों को राज्यसभा पहुंचाने के लिए पक्ष-विपक्ष में खींचतान साफ देखी जा रही है. मध्य प्रदेश की 3 में 2 सीटें कांग्रेस को और एक सीट विपक्षी BJP को मिलने की संभावना है.

कांग्रेस से जहां दिग्विजय, सिंधिया, अरुण यादव, अजय सिंह, सुरेश पचौरी दावेदार हैं तो वहीं BJP से कैलाश विजयवर्गीय, प्रभात झा, लाल सिंह आर्य, रंजना बघेल, विजेश लुनावत दावेदारों की कतार में सबसे आगे हैं. हालांकि BJP में दिल्ली से भी उम्मीद्वार का नाम आ सकता है. वहीं कांग्रेस से राज्यसभा पहुंचने वाले सांसदों का फैसला भी पार्टी मुख्यालय से आ सकता है.

राज्यसभा चुनाव कार्यक्रम
6 मार्च को अधिसूचना जारी होगी.
13 मार्च तक नामांकन भरे जाएंगे.
16 मार्च को नामांकन फार्म की जांच होगी.
18 मार्च नाम वापसी की अंतिम तारीख होगी.
26 मार्च को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग होगी. शाम तक मतों की गिनती पूरी हो जाएगी
30 मार्च को राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया सम्पन्न हो जाएगी.

एमपी की राज्यसभा की 3 सीटों का गणित
राज्यसभा सांसदों का चुनाव विधायकों की संख्या के आधार पर होता है. मौजूदा हालात में एक राज्यसभा सीट के लिए 58 विधायकों की जरूरत होगी. मध्य प्रदेश में दो विधायकों के निधन के बाद फिलहाल 228 विधायक हैं. कांग्रेस के पास 115 विधायक हैं. कांग्रेस को 4 निर्दलीय विधायक, 2 बसपा और 1 सपा विधायक का समर्थन प्राप्त है. इस लिहाज से कांग्रेस को अपने 115 विधायक और 7 बसपा, सपा, निर्दलीय विधायकों से 2 सीटें मिलेंगी. जबकि बीजेपी के पास 107 विधायक हैं. इसलिए पार्टी के खाते में एक ही राज्यसभा की सीट जाएगी.

  • Related Posts

    ऐतिहासिक ग्वालियर किले का आधा हिस्सा निजी हाथों में, 5 साल सौंदर्यीकरण और देखरेख के लिए दिया गया

     ग्वालियर  मध्यप्रदेश में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट Memorandum of understanding (MOU) पर वर्क शुरू हो गया है। इसी कड़ी में ऐतिहासिक ग्वालियर किले का आधा हिस्सा निजी हाथों में चला…

    लड़कों की मोबाइल की वजह से नहीं हो रही शादी! MP के इस गांव में लोगों के सामने अजीबोगरीब समस्या

    सिवनी मोबाइल की वजह से पति-पत्नी में अनबन की खबरें तो आपने खूब सुनी होंगी लेकिन एक ऐसा इलाका है जहां मोबाइल की वजह से ही लड़कों की शादी नहीं…