विवेक झा, भोपाल/जबलपुर, 14 अक्टूबर 2025।
जहां आमतौर पर दिवाली की चमक घरों और गलियों तक सीमित रहती है, वहीं केनरा बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (CBOA) ने इस बार त्योहार की असली भावना को समाज की सेवा के रूप में जिया। एसोसिएशन की जबलपुर एवं भोपाल इकाइयों ने “सेवा आश्रय लाडली बसेरा मातृ छाया” में जाकर जरूरतमंद बालिकाओं के साथ दिवाली का पर्व मनाया।

कार्यक्रम का आयोजन सीबीओए के जनरल सेक्रेटरी आर. के. रवि कुमार के मार्गदर्शन और ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी के. के. त्रिपाठी के नेतृत्व में, केनपाल (CanPal) के बैनर तले किया गया। इस अवसर पर एसोसिएशन के सदस्यों ने सर्दी के मौसम को देखते हुए छात्राओं को गरम बिस्तर का पूरा सेट, मिठाइयाँ और पटाखे वितरित किए, जिससे उनके चेहरों पर खुशी और अपनापन झलक उठा।

“जहां खुशियाँ सबकी हों, वहीं असली दिवाली है”
कार्यक्रम में भावनात्मक शब्दों में के. के. त्रिपाठी ने कहा —
“सच्ची दिवाली वही है, जहाँ रोशनी हर घर तक पहुँचे और समाज के हर वर्ग को अपनेपन का अहसास हो।”
उन्होंने बताया कि यह पहल केवल उत्सव मनाने का माध्यम नहीं, बल्कि समाज के वंचित वर्ग तक सहयोग और संवेदना पहुँचाने का प्रयास है।
सेवा का संकल्प, मुस्कान की रोशनी
सेवा आश्रय की बालिकाओं ने जब बैंक अधिकारियों से भेंट में मिले उपहार खोले, तो उनके चेहरों की मुस्कान ही उस शाम की असली दीया बन गई।
कार्यक्रम में मौजूद सभी सदस्यों ने मिलकर दीप जलाए और यह संकल्प लिया कि वे आगे भी इस तरह की सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से खुशियाँ बाँटने का कार्य जारी रखेंगे।
इस अवसर पर सेवा भारती के अध्यक्ष मुकेश तिवारी, सचिव किशोर, प्रचारक सुरेश अग्रवाल समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने सीबीओए के इस मानवीय प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि “ऐसी पहलें समाज में मानवता की भावना को और मजबूत करती हैं।”
जबलपुर और भोपाल इकाइयों की सक्रिय भागीदारी
समाजसेवा की इस पहल में जबलपुर इकाई से रूपक कमल, दीपशिखा, अभिषेक, सत्यदीप, परितोष, पूर्णिमा त्रिपाठी, गीतांजलि, सनत और आलेख शामिल रहे। वहीं भोपाल इकाई से टी. एन. वेंडिया, हरिशंकर पांडे, पुष्कर पांडे और मनीष चतुर्वेदी उपस्थित थे।
सभी सदस्यों ने मिलकर बालिकाओं के साथ दीप प्रज्वलित किए, मिठाइयाँ बाँटीं और उनके साथ दिवाली गीत गाकर एक पारिवारिक माहौल बनाया।
समाज सेवा ही उत्सव का असली उद्देश्य
कार्यक्रम के अंत में सीबीओए के प्रतिनिधियों ने कहा कि बैंकिंग सेवा के साथ-साथ समाज सेवा भी उनके संगठन के कार्यसंस्कृति का अहम हिस्सा है।
“हम मानते हैं कि त्योहार तभी सार्थक हैं, जब उनका प्रकाश उन तक पहुँचे जो इसकी सबसे अधिक आवश्यकता रखते हैं।”
केनरा बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन ने इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया कि समाज के वंचित वर्ग के साथ खुशियाँ बाँटना ही मानवीय मूल्यों की सच्ची अभिव्यक्ति है।





