
तुर्की में हुई मुसलमान देशों के प्रतिनिधियों की एक आपातकालीन बैठक में फ़लस्तीनियों की रक्षा के लिए एक अंतरराष्ट्रीय सैन्य बल तैयार करने की मांग उठी है.
इन देशों के एक संगठन ने ये भी आरोप लगाया है कि बीते सोमवार को इसराइल ने जानबूझकर कम से कम 60 फ़लस्तीनी नागरिकों की हत्या कर दी है.
इस बैठक में तुर्की के राष्ट्रपति रिचेप तैयप अर्दोआन ने गज़ा में फ़लस्तीनियों के साथ इसराइल के बर्ताव की तुलना दूसरे विश्व युद्ध में नाज़ियों की तरफ से यहूदियों के साथ किए गए बर्ताव से की है.
इराक़ के चुनाव आयोग ने ये घोषणा की है कि शिया सेना के पूर्व प्रमुख और मुसलमान धार्मिक नेता मुक्तदा अल-सद्र के राजनीतिक खेमे ने संसदीय चुनावों में जीत दर्ज की है.
मुक्तदा अल-सद्र लंबे समय से अमरीका के विरोधी रहे हैं. वो ईरान के भी कट्टर आलोचक रहे हैं. बग़दाद में शिया नौजवानों के बीच वो ख़ासे लोकप्रिय हैं.
हालांकि अल-सद्र ख़ुद चुनावी मैदान में नहीं उतरे थे, इसलिए अभी ये तय नहीं है कि सत्ता कौन संभालेगा.
वहीं दूसरी तरफ मौजूदा प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी का दल तीसरे स्थान पर रहा.