जिस जर्जर मकान के पीछे आकाश विजयवर्गीय ने निगम अधिकारी पर चलाया था बैट, वह आज हो गया ध्वस्त

मध्य प्रदेश के इंदौर के गंजी कंपाउंड स्थित जिस जर्जर मकान को लेकर बीजेपी विधायक और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम अधिकारी की सरेराह बल्ले से पिटाई की थी, वह आज गिरा दिया गया. इंदौर नगर निगम ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में विवादित मकान को गिराने का काम शुरू किया. ताकि किसी भी तरह की विवाद की स्थिति से निपटा जा सके. बता दें इस मकान के पीछे भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय को तीन दिनों तक जेल की हवा खानी पड़ी थी.

गंजी कंपाउंड स्थित इस मकान के पीछे खड़ा हुआ विवाद हाई कोर्ट तक पहुंच गया, जिस पर कोर्ट ने इस घर को गिराने के आदेश दिए थे. कोर्ट ने नगर निगम के कामकाज को सराहते हुए कहा कि तस्वीरों से साफ है, कि मकान रहने लायक नहीं है. कोर्ट को इस मकान को गिराने में कानूनी नजर से कुछ गलत नहीं लगा. ऐसे में कोर्ट का फैसला आने के बाद आज नगर निगम के अधिकारी जेसीबी मशीन लेकर इंदौर के गंजी कंपाउंड पहुंचे और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में इस जर्जर मकान को गिराने की कार्रवाई शुरू की.

निगम के बिल्डिंग ऑफिसर असित खरे ने बताया कि मकान में रह रहे भेरूलाल श्रीवंश का समान नगर निगम के डंपर की मदद से भूरी टेकरी स्थित शहरी गरीबों के फ्लैट (सी-20) में शिफ्ट करा दिया गया है. बता दें मकान के पीछे खड़ा हुआ विवाद 26 जून का है, जिसके 9 दिन बाद इस मकान को तोड़ने की कार्रवाई की जा सकी है. वहीं मकान में रह रहे किराएदार को जिस फ्लैट में शिफ्ट कराया गया है उसने उस फ्लैट को खरीदने की इच्छा जाहिर की है, ताकि वह वहां पर स्थाई रूप से रह सके. इस पर उनसे इस फ्लैट को खरीदने के लिए फॉर्म भरने और छह से सात लाख रुपए देने की बात कही है.

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