
शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी के नेताओं को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत देने का आरोप है। इस मामले में हैदराबाद के कारोबारी अरुण पिल्लई की गिरफ्तारी हुई है। आरोप है कि अरुण जिस कंपनी को संचालित करता है, वो कविता की है। कंपनी में 65 प्रतिशत हिस्सेदारी कविता की ही है। अरुण इस कंपनी को रिप्रजेंट करता था।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेता व तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता से लगभग 10 घंटे पूछताछ की। ईडी ने कविता को आज फिर से पूछताछ के लिए बुलाया है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को दिल्ली सरकार से उसके बजट प्रस्तावों पर स्पष्टीकरण मांगा। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि केंद्र ने मंगलवार को दिल्ली सरकार के 2023-24 के बजट को विधानसभा में पेश करने पर रोक लगा दी है। साथ ही पुलिस ने वारिस पंजाब दे के प्रमुख व खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के हथियार रखने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन्हें सोमवार शाम अदालत में पेश किया, जहां सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने आरोपियों को तीन दिन की रिमांड पर पुलिस के हवाले कर दिया है।
ईडी ने बीआरएस की एमएलसी कविता से दूसरी बार पूछताछ की है। पहली बार ने उनसे 11 मार्च को सवाल जवाब किए थे। उसके बाद उन्हें दोबारा 16 मार्च को बुलाया था, लेकिन इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामले का हवाला देकर वह पेश नहीं हुई थीं। ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित होने की उनकी दलील खारिज करते हुए 20 मार्च को पेश होने को कहा था। ईडी जांच रोकने की मांग वाली कविता की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने का फैसला 24 मार्च को करेगा।
बोलीं, कुछ गलत नहीं किया
बीआरएस नेता ने खुद को निर्दोष बताया है। कविता का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल कर रही है क्योंकि भगवा पार्टी तेलंगना में ‘पीछे के दरवाजे’ से प्रवेश नहीं पा सकी है।
आरोपियों से आमना-सामना होने की उम्मीद
माना जा रहा है कि ईडी ने पूछताछ के दौरान इस मामले में गिरफ्तार हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्र पिल्लई और उनके पूर्व ऑडिटर बुचिबाबू गोरंटाला से आमाना-सामना हुआ होगा। माना जा रहा है कि 11 मार्च को एजेंसी ने पिल्लई और अन्य आरोपियों के बयान को सामने रखकर कविता से पूछताछ की थी। कविता के बयान को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया जा रहा है।
ईडी ने कहा, साउथ ग्रुप से जुड़ा है पिल्लई
ईडी ने कहा था कि पिल्लई ‘साउथ ग्रुप’ का प्रतिनिधित्व करता है। यह ग्रुप कविता और अन्य से जुड़े शराब कारोबारियों का समूह है। आरोप है कि इस ग्रुप ने नई आबकारी नीति के जरिये राष्ट्रीय राजधानी के शराब बाजार में अधिक हिस्सा पाने के लिए आम आदमी पार्टी को 100 करोड़ रुपये दिए थे। ईडी के मुताबिक ‘साउथ ग्रुप’ में शरत रेड्डी (अरविंद फार्मा का प्रमोटर), मंगुटा श्रीनिवासुलु रेड्डी (वाईएसआर कांग्रेस के साांसद), उनका बेटा राघव मंगुटा, कविता व अन्य शामिल हैं।
हैदराबाद के व्यवसायी पिल्लई हिरासत में
दिल्ली की अदालत ने हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई को दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तीन अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया । ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ के बाद पिल्लई को 6 मार्च को गिरफ्तार किया था।
अभिषेक की जमानत याचिका पर ईडी को नोटिस
दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली आबकारी नीति से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हैदराबाद के व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली की जमानत याचिका पर सोमवार को ईडी को नोटिस जारी किया। जस्टिस दिनेश कुमार शर्मा की पीठ ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बोइनपल्ली की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर सोमवार को ईडी से जवाब मांगा। याचिका में बोइनपल्ली की रिमांड और गिरफ्तार को चुनौती दी गई है।
कैसे आया कविता का नाम?
शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी के नेताओं को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत देने का आरोप है। इस मामले में हैदराबाद के कारोबारी अरुण पिल्लई की गिरफ्तारी हुई है। आरोप है कि अरुण जिस कंपनी को संचालित करता है, वो कविता की है। कंपनी में 65 प्रतिशत हिस्सेदारी कविता की ही है। अरुण इस कंपनी को रिप्रजेंट करता था। कहा जाता है कि कविता और आम आदमी पार्टी के बीच डील हुई थी। इसके अनुसार, कविता की कंपनी को दिल्ली में एंट्री दिलाई गई। पिल्लई ने पूछताछ में बताया कि इसको लेकर एक मीटिंग हुई थी। इसमें कविता, अभिषेक बोइनपल्ली, अरुण पिल्लई, बुची बाबू, विजय नायर, दिनेश अरोड़ा मौजूद थे। इसी बैठक में रिश्वत को लेकर चर्चा हुई थी। आरोप है कि बोइनपल्ली ने नायर और उनके सहयोगी दिनेश अरोड़ा के साथ मिलीभगत और साजिश में 100 करोड़ रुपये की रिश्वत का ट्रांस्फर किया था।
मनीष सिसोदिया को जेल जाना पड़ा
इसी शराब घोटाले में दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया को जेल जाना पड़ा है। सिसोदिया को सीबीआई ने पूछताछ के बाद पिछले दिनों गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद उन्हें अपने पद से भी इस्तीफा देना पड़ा था।