
देश को एक सूत्र में बांधने वाले आजाद भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की आज 143वीं जयंती है. इस मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सरदार पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ (Statue Of Unity) देश को समर्पित करेंगे.
09.57 AM: सरदार पटेल की मूर्ति के अनावरण से पहले कांग्रेस का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि सरदार पटेल, कांग्रेस के सबसे बड़े नेता थे. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी की विरासत को खत्म करने की कोशिश की जा रही है.
09.21 AM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास टेंट सिटी का उद्घाटन किया.
08.41 AM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नर्मदा के किनारे केवडिया पहुंचे. प्रधानमंत्री यहां से कुछ ही देर में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए रवाना होंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात के नर्मदा जिले में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण करेंगे. पटेल की इस मूर्ति की ऊंचाई 182 मीटर है. प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को ही अहमदाबाद पहुंच गए थे.
आज का ये कार्यक्रम बेहद ही खास है, कहा जा रहा है कि जिस तरह गणतंत्र दिवस के अवसर पर बड़ा कार्यक्रम किया जाता है उसी प्रकार का होगा. इस कार्यक्रम के अलावा बीजेपी आज पूरे देश में रन फॉर यूनिटी का आयोजन भी करेगी. मूर्ति के ऊपर से आज एयरफोर्स के लड़ाकू विमान सलामी देंगे.
यह प्रतिमा देश को समर्पित करने से पहले पीएम मोदी ने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया. उन्होंने लिखा, ‘सरदार पटेल की जयंती के मौके पर, ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ राष्ट्र को समर्पित की जाएगी. नर्मदा के तट पर स्थित यह प्रतिमा महान सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि है.’
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में खास बातें…
– मूर्ति की लंबाई 182 मीटर है और यह इतनी बड़ी है कि इसे 7 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता है. बता दें कि ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ ऊंचाई में अमेरिका के ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ (93 मीटर) से दोगुना है.
– इस मूर्ति में दो लिफ्ट भी लगी है, जिनके माध्यम से आप सरदार पटेल की छाती पहुंचेंगे और वहां से आप सरदार सरोवर बांध का नजारा देख सकेंगे और खूबसूरत वादियों का मजा ले सकेंगे. सरदार की मूर्ति तक पहुंचने के लिए पर्यटकों के लिए पुल और बोट की व्यवस्था की जाएगी.
– आपको बता दें, यह स्टैच्यू 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवा में भी स्थिर खड़ा रहेगा. यह 6.5 तीव्रता के भूकंप को भी सह सकता है. इस मूर्ति के निर्माण में भारतीय मजदूरों के साथ 200 चीन के कर्मचारियों ने भी हाथ बंटाया है. इन लोगों ने सितंबर 2017 से ही दो से तीन महीनों तक अलग-अलग बैचों में काम किया.
– बता दें, इसके लिए मूर्ति के 3 किलोमीटर की दूरी पर एक टेंट सिटी भी बनाई गई है. जो 52 कमरों का श्रेष्ठ भारत भवन 3 स्टार होटल है. जहां आप रात भर रुक भी सकते हैं. वहीं स्टैच्यू के नीचे एक म्यूजियम भी तैयार किया गया है, जहां पर सरदार पटेल की स्मृति से जुड़ी कई चीजें रखी जाएंगी.