
2019 के लोकसभा चुनाव में अभी काफी समय है, लेकिन नेताओं और पार्टियों ने अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया. बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर नाराज चल रहे राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने आज मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. सोमवार दोपहर को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. बताया जा रहा है कि कुशवाहा महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं.
उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्र की मोदी सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा कि बिहार से केंद्र की सरकार ने कई वादे किए थे लेकिन पूरे नहीं किए गए.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा- 2014 में पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र मोदी ने पिछड़े तबकों के विकास का वादा किया था, बिहार के लिए स्पेशल पैकेज की घोषणा की थी. नरेंद्र मोदी पीएम बने और मैं भी मंत्री बना. जो उम्मीद थी उस पर नरेंद्र मोदी पीएम के तौर पर खरे नहीं उतरे. बिहार के लिए कुछ नहीं किया गया. सामाजिक न्याय के एजेंडे से हटकर RSS के एजेंडे को लागू किया जा रहा है. पिछले 15 साल के नीतीश सरकार भी फिसड्डी साबित हुई है.
मंगलवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है, उससे पहले आज एनडीए की बैठक होनी है. इस बैठक में उपेंद्र कुशवाहा ने जाने से मना कर दिया था.
नीतीश से 36 का आंकड़ा, लोकसभा सीटों पर नजर!
आपको बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा के बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संबंध अच्छे नहीं हैं. वह लगातार नीतीश कुमार और बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं.
दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा की मांग है कि 2019 के लोकसभा में उन्हें बिहार में चार सीटें दी जाएं. लेकिन बीजेपी उन्हें दो ही सीटें देने पर अड़ी है, यही कारण है कि वह लगातार इसका विरोध कर रहे हैं.
सूत्रों की मानें तो बिहार की 40 में से 17 सीटों पर बीजेपी और 17 सीटों पर जेडीयू चुनाव लड़ सकती है. जबकि बाकी सीटें LJP और RLSP में बांटी जाएंगी.
गौरतलब है कि मंगलवार को पांच राज्यों के चुनावी नतीजे आने हैं, एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही है. ऐसे में विपक्ष हमलावर है, एग्जिट पोल में बीजेपी की संभावित हार उनके साथियों को भी आवाज बुलंद करने की हिम्मत दे रही है.