
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर बड़ा बयान दिया है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष के लिए मेरा नाम नहीं चल रहा है. मध्य प्रदेश की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा? इसका फैसला पार्टी ही करेगी.
न्यूज18 से बातचीत में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, ‘मैंने पहले ही कहा, मुझे किसी भी पद की आवश्यकता नहीं है, मैं ऐसे ही नेता रहूंगा.’ शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में किसी के पास बहुमत नहीं है. सरकार लंगड़ी है. हम चाहते तो हम भी सरकार बना सकते थे, पर जब भी बनाएंगे पूर्ण बहुमत के साथ बनाएंगे. बीजेपी का जनता से इमोशनल अटेचमेंट है.
शिवराज ने कहा कि विकास और जनकल्याण प्रभावित होगा तो बीजेपी प्रचंड विरोध करेगी. वहीं शिवराज ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से अटल जी की कविता गाकर लोकसभा चुनाव में जुटने का किया आह्वान किया. उन्होंने कहा कि चार महीने में हिसाब चुकता कर देंगे.
बता दें कि मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष के लिए शिवराज सिंह चौहान का नाम सबसे आगे चल रहा है. इसी बीच बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे को नेता प्रतिपक्ष चुनने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बीजेपी विधायक दल की बैठक छह जनवरी को भोपाल में होगी. संभव है कि इसी दिन नेता प्रतिपक्ष की घोषणा हो सकती है.