कमलनाथ ने बदला शिवराज का एक और फैसला, बुलफॉर्म की जमीन पर नहीं बनेगा गोल्फ कोर्स

मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार लगातार शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के फैसले को पलट रही है. इसी के तहत कांग्रेस सरकार ने मदर बुलफॉर्म की जमीन पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अफसरों के लिए गोल्फ कोर्स बनाने के प्रस्ताव को निरस्त कर दिया है. इस मामले में कमलनाथ सरकार में पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने साफ किया कि हम एक इंच जमीन भी गोल्फ कोर्स के लिए नहीं देंगे.

आजतक से खास बातचीत करते हुए पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा कि उन्हें आईएएस अफसरों के गोल्फ खेलने से आपत्ति नहीं है. आईएएस अफसर कितना ही गोल्फ खेलें हमें कोई आपत्ति नहीं, लेकिन हमारी पहली प्राथमिकता निराश्रित गोवंश हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता उन पशुओं की है जो मुंह से कुछ बोल नहीं पाते.

मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा कि पूरे मध्यप्रदेश में एक फीसदी से भी कम लोग होंगे जो गोल्फ खेलते हैं. इसके आगे पशुपालन मंत्री ने कहा कि अगर आईएएस अफसरों को गोल्फ खेलना है तो सब पैसा जमा करें और 100 एकड़ जमीन लेकर गोल्फ खेलें. मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि भोपाल के मदर बुलफॉर्म की जमीन हमारी विभाग की जमीन है और इसमें से एक इंच जमीन भी हम गोल्फ कोर्स के लिए नहीं देंगे.

गायों की मौत पर दी सफाई

मध्यप्रदेश के आगर-मालवा के सुसनेर में गो-अभयारण्य में हुई 35 गायों की मौत के मामले में मध्यप्रदेश के पशुपालन मंत्री ने शिवराज सरकार पर गो-अभयारण्य बनाते वक्त सुविधाओं की अनदेखी का आरोप लगाया है.

लाखन सिंह यादव ने कहा, ‘मुझे जब जानकारी मिली कि गौ अभयारण्य में गायों की मौत हुई है तो मैंने अफसरों से इसकी जानकारी ली. मुझे बताया गया है कि इनमें से कुछ गाय ऐसी थीं जो दुर्घटना का शिकार होकर जख्मी अवस्था में आई थीं, जबकि कुछ गायों को बीमारी थी और कुछ गायों की मौत वाकई में ठंड से हुई है.’

गाय पर खर्च बढ़ाएगी सरकार

मंत्री लाखन सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने गौ अभयारण्य का निर्माण किया था. मेरा ऐसा मानना है कि उस वक्त शेड का जो निर्माण हुआ था वो ठीक नहीं था हालांकि मैं फिर भी वहां विजिट करने जाऊंगा और लगा कि कोई अधिकारी दोषी है तो उस पर कार्रवाई होगी.

इसके अलावा मंत्री लाखन सिंह यादव ने बताया कि सरकार गाय पर होने वाले खर्च को भी बढ़ाने जा रही है. उन्होंने कहा, ‘पहले एक गाय पर ₹1.45 मिलते थे, लेकिन पिछले एक साल से ₹4.50 रुपये मिल रहे थे. मेरा मानना है कि इतने बड़े शरीर के जानवर के लिए ये रकम काफी नहीं इसलिए हमने तय किया है कि जल्द ही इसे बढाकर 20₹ प्रति गाय किया जाएगा.’

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