
मुंबई: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने सोमवार को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों को ब्याज में 0.20 प्रतिशत छूट देने की घोषणा की है। इस पहल का मकसद इलेक्ट्रिक वाहन खंड को बढ़ावा देना है। उद्योग के आंकड़े के अनुसार 2018-19 में 36 लाख कारों में से इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी करीब 1,000 सालाना है।
दो पहिया वाहनों को मिलाकर यह आंकड़ा 54,000 सालाना रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की कई नीतियों के बावजूद इस खंड में मांग जोर नहीं पकड़ पा रही है। एसबीआई के प्रबंध निदेशक (खुदरा और डिजिटल बैंकिंग) पी के गुप्ता ने कहा, ‘हमे भरोसा है कि एसबीआई ग्रीन कार कर्ज (इलेक्ट्रिक वाहन) योजना वाहन रिण खंड में बदलाव की अगुवा बनेगी तथा ग्राहकों के बीच इलेक्ट्रिक वाहन की मांग बढ़ाने में मदद करेगी।’
इसके तहत ग्राहकों को आठ साल तक के लिये कर्ज दिया जाएगा। योजना शुरू होने के पहले छह महीने में प्रोसेसिंग फीस नहीं लगेगी। एसबीआई ने कहा है कि 96 महीने के लिए 1468 रुपए होगी। एसबीआई देश का बड़ा बैंक है।
31 दिसंबर 2018 तक बैंक के पास 28 लाख करोड़ रुपए का डिपॉजिट बेस था। वहीं बैंक ने 21 लाख करोड़ का लोन दे रखा है। होम लोन और ऑटो लोन के बाजार में बैंक की 34 फीसदी हिस्सेदारी है। एसबीआई की 22 हजार ब्रांच और 58 हजार एटीएम है। एसबीआई के 5.73 करोड़ इंटरनेट बैंकिंग कस्टमर है।