
वाशिंगटन । अमेरिकी विदेश उप सचिव जॉन जे सुलिवन 11 अगस्त से 17 अगस्त तक भारत और भूटान की यात्रा पर होंगे। अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने एक बयान में कहा है कि इस यात्रा का मकसद थिम्पू और नई दिल्ली के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ बनाना और विस्तार के लिए नए आयामों की तलाश करना है।
अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि व्यापाक और बहुआयामी अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के मकसद से नई दिल्ली की यात्रा करेंगे। यह दोनों देशों के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों, आर्थिक विकास और कानून के शासन के लिए साझा प्रतिबद्धता पर अाधारित है। इस यात्रा के दौरान सुलविन नई दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे। वह एक अमरिका-भारत मंच को भी संबोधित भी करेंगे।
सुलिवन की यह आगामी यात्रा ऐसे वक्त हो रही है, जब भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करके जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर दिया है। इससे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से संबंध और तनावपूर्ण हो गए हैं। सीमावर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया है। भारत के फैसले से बौखलाए पाकिस्तान ने इस कदम को खारिज कर दिया है। पाकिस्तान का कहना है कि वह इसके विरोध में सभी विकल्पों पर विचार करेगा। इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी द्विपक्षीय व्यापार गतिविधियों को निलंबित कर दिया है।
उधर, भारत ने पाकिस्तान के इस कदम के लिए इस्लामाबाद से पुन: समीक्षा करने के लिए कहा है ताकि दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को कायम रखा जा सके। नई दिल्ली ने साफ कर दिया कि जम्मू-कश्मीर का मामला भारत का आंतरिक मामला है। इसमें वह किसी देश को हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देगा।