खाली खजाने पर विधानसभा में आमने-सामने आये CM कमलनाथ और पूर्व CM शिवराज

भोपाल: शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई. सीएम कमलनाथ (CM Kamal Nath) और पूर्व सीएम शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chouhan) के बीच एक सवाल के जवाब में टकराव हो गया.

पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रश्नकाल में मेधावी छात्र योजना को लेकर सवाल किया. जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान के आरोपों का सीएम कमलनाथ ने ये कहकर जवाब दिया कि हम आपकी सरकार में क्या हुआ था जल्द सामने लाएंगे.

दरअसल, मेधावी छात्रवृत्ति योजना को लेकर पक्ष-विपक्ष में तीखी नोकझोंक शुरू हो गयी थी. मेधावी छात्र योजना के जवाब में चर्चा के दौरान सीएम कमलनाथ ने कहा कि हमें खाली खजाना मिला था, फिर भी हम भरोसा दिलाते हैं कि मेधावी छात्र योजना को बंद नहीं किया जाएगा.

इस पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया और कहा कि आप खाली खजाना कहना बंद कीजिये. यह कोई औरंगजेब का खजाना नहीं है, जो लूटकर लाए थे और खाली हो गया. खजाने में रोज टैक्स का पैसा आता है. शिवराज के इस पलटवार का सीएम कमलनाथ ने जवाब देते हुए कहा खाली खजाना है. यह आपके वित्त मंत्री रहे जयंत मलैया ही कहते रहे हैं. चिंता मत कीजिए हम आपकी सरकार का पूरा कच्चा चिट्ठा बताएंगे.

दरअसल, शिवराज सिंह चौहान ने मेधावी छात्रवृत्ति योजना को लेकर सरकार से सवाल किया था. लिखित जवाब में बताया कि 2019-20 सत्र के लिए अप्रैल में 11 हजार 248 छात्रों को योजना का फायदा दिया गया. शिवराज ने फिर सवाल उठाया कि आखिर योजना का लाभ लेने वाले छात्रों की संख्या 11 हजार 248 कैसे हो गई. 2017-18 में 22695 छात्रों और 2018-19 में 35570 छात्रों को योजना का लाभ दिया गया था.

शिवराज ने सदन में आरोप लगाया कि सरकार योजना को बंद करने की तैयारी कर रही है. लेकिन, सदन में मौजूद सीएम कमलनाथ ने भरोषा दिलाया कि मेधावी छात्र योजना बंद नहीं होगी, जिसपर शिवराज सिंह चौहान ने कमल नाथ के धन्यवाद भी दिया.

शून्यकाल में विपक्ष ने MCU के छात्रों पर FIR करने और उन्हें विश्वविद्यालय से निष्काषित करने का मुद्दा भी उठाया. शिवराज सिंह ने कहा कि छात्रों के साथ आतंकियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है. छात्रों पर की गई FIR वापस ली जाए और निष्कासन तुरंत वापस हो. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी कहा कि छात्रों पर FIR करना गलत है.

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