न्यू मार्केट दुर्गा उत्सव पर तीन दशक पुराना विवाद खत्म, अब व्यापार संरक्षण समिति के हाथों होगी धूमधाम

विवेक झा, भोपाल। भोपाल का न्यू मार्केट न सिर्फ़ व्यापार का बड़ा केंद्र है बल्कि यहाँ होने वाला दुर्गा उत्सव भी शहर की शान माना जाता है। इस आयोजन को लेकर पिछले कई महीनों से विवाद चल रहा था, लेकिन अब आखिरकार तीन दशक पुराना यह झगड़ा खत्म हो गया है।

अब दुर्गा उत्सव और अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन न्यू मार्केट व्यापार संरक्षण समिति (रजि.) के बैनर तले ही होंगे। इस फैसले ने व्यापारियों और स्थानीय लोगों में राहत और संतोष का माहौल बना दिया है।

तीन दशक की अनियमितताओं का अंत

1994 में पंजीकृत व्यापारी दुर्गा उत्सव समिति लंबे समय तक आयोजन की जिम्मेदारी संभालती रही। लेकिन संस्था ने न तो धारा 28 के तहत आय-व्यय का ब्यौरा रजिस्ट्रार कार्यालय में दिया, न ही धारा 27 के तहत नियमित चुनावों की जानकारी प्रस्तुत की।

लगातार लापरवाही पर असिस्टेंट रजिस्ट्रार ने नोटिस जारी किए, लेकिन कोई जवाब न मिलने पर 3 सितंबर 2025 को समिति का पंजीकरण निरस्त कर दिया। आदेश में यह भी साफ कर दिया गया कि संस्था की संपत्ति अब मध्य प्रदेश शासन के अधीन होगी।

पुलिस जांच से साफ हुई तस्वीर

न्यू मार्केट में दुर्गा उत्सव के आयोजन के लिए पुरानी समिति और नई व्यापार संरक्षण समिति दोनों ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय में आवेदन किया।

चूँकि दोनों पक्ष आमने-सामने थे, पुलिस ने करीब एक महीने तक जांच की। दस्तावेज़ों की पड़ताल के बाद यह पाया गया कि अधिकांश व्यापारी अब नई समिति से जुड़े हैं और वही वर्तमान में व्यापारियों की सर्वमान्य संस्था है। नतीजतन, पुलिस ने 22 अगस्त 2025 को आयोजन की अनुमति व्यापार संरक्षण समिति को प्रदान कर दी।

न्यायालय से भी मिली मुहर

अनुमति मिलने के बाद पुरानी समिति ने मामला उच्च न्यायालय तक पहुँचाया, लेकिन 10 सितंबर 2025 को समिति ने अपनी याचिका वापस ले ली। इस कदम के बाद विवाद पर पूरी तरह से विराम लग गया।

अब और भव्य होगा उत्सव

व्यापारियों का कहना है कि यह फैसला न सिर्फ़ संगठनात्मक एकता को मज़बूत करेगा, बल्कि आगामी दुर्गा उत्सव को और भी भव्य बनाएगा। न्यू मार्केट दुर्गा उत्सव हमेशा से भोपाल की सांस्कृतिक पहचान रहा है और अब जब विवाद समाप्त हो चुका है, तो उम्मीद है कि यह आयोजन पहले से ज़्यादा शानदार और सुव्यवस्थित रूप में होगा।

सांस्कृतिक धरोहर की नई शुरुआत

न्यू मार्केट का दुर्गा उत्सव केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यहाँ के व्यापारियों और नागरिकों के बीच आपसी एकजुटता और सहयोग की मिसाल भी है। अब जब आयोजन की जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से व्यापार संरक्षण समिति के पास है, तो माना जा रहा है कि यह परंपरा और भी समृद्ध और प्रभावशाली रूप में आगे बढ़ेगी।

न्यू मार्केट दुर्गा उत्सव: परंपरा और महत्व

  • 1994 में शुरुआत: व्यापारी दुर्गा उत्सव समिति ने आयोजन की जिम्मेदारी संभाली।

  • व्यापारियों की भागीदारी: हर साल सैकड़ों व्यापारी आर्थिक और सामाजिक सहयोग देते रहे।

  • सांस्कृतिक पहचान: यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भोपाल की सांस्कृतिक धरोहर माना जाता है।

  • लोकप्रियता: उत्सव के दौरान प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु व नागरिक न्यू मार्केट पहुँचते हैं।

  • आर्थिक असर: उत्सव के चलते बाज़ार में रौनक बढ़ती है और व्यापारियों को अतिरिक्त कारोबार मिलता है।

  • नई शुरुआत: अब आयोजन न्यू मार्केट व्यापार संरक्षण समिति (रजि.) के बैनर तले होगा, जिससे परंपरा को नई दिशा मिलेगी।

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