विवेक झा, भोपाल। भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की वार्षिक साधारण सभा शनिवार को बड़े उत्साह और गंभीर विमर्श के साथ संपन्न हुई। इस अवसर पर लगभग 200 सदस्य उपस्थित रहे और चैंबर के अध्यक्ष तेजकुलपाल सिंह पाली ने 3.5 वर्ष के अपने कार्यकाल का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया।
सदस्यता और वित्तीय उपलब्धि
अध्यक्ष ने बताया कि उनके कार्यकाल के दौरान अब तक 580 नए सदस्य जुड़े हैं और वर्तमान में चैंबर के पास लगभग 1850 सक्रिय सदस्य हैं, जिन्हें आगामी चुनाव में मतदान का अधिकार प्राप्त होगा।
पाली ने यह भी साझा किया कि इस अवधि में गतिविधि शुल्क और नई सदस्यता से सर्वाधिक राशि एकत्रित हुई है। आज चैंबर की वित्तीय स्थिति मजबूत है और उसके पास ₹1,03,48,000 की आरक्षित राशि उपलब्ध है। उन्होंने गर्वपूर्वक कहा कि “भोपाल चैंबर अब करोड़पति हो गया है।”
ऑडिट रिपोर्ट पर सर्वसम्मति
सभा के प्रमुख एजेंडे में वित्त वर्ष 2024-25 का अंकेक्षण (ऑडिट रिपोर्ट) प्रस्तुत करना शामिल रहा। कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार बांगड़ और चार्टर्ड अकाउंटेंट विनोद जोशी ने विस्तृत रिपोर्ट सदन के सामने रखी। उपस्थित सदस्यों ने रिपोर्ट को एक स्वर में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सर्वसम्मति से अनुमोदित किया।
सामाजिक एवं व्यापारिक मुद्दे
सभा में विभिन्न सामाजिक और व्यापारिक समस्याओं पर भी चर्चा हुई।
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पुराने शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने,
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मल्टी लेवल पार्किंग की आवश्यकता,
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और कमर्शियल लाइसेंस फीस से जुड़ी दिक्कतें प्रमुख मुद्दे रहे।
अध्यक्ष पाली ने स्पष्ट किया कि इन विषयों को लेकर चैंबर पहले ही भोपाल के महापौर और सांसद आलोक शर्मा से मिल चुका है और समाधान के लिए लगातार प्रयासरत है।
विशिष्ट अतिथि और सहभागिता
इस अवसर पर पार्षद प्रियंका मिश्रा, हिंदू उत्सव समिति के नवनिर्वाचित अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी, भोपाल केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र धाकड़ तथा जैन दिगंबर जैन मंदिर के अध्यक्ष बंगा जी भी विशेष रूप से मौजूद रहे। मंच संचालन मंत्री सुनील सिंघाई ने किया।
सुझाव और शिकायतें
सभा के अंत में कई सदस्यों ने चैंबर की कार्यप्रणाली पर सुझाव और शिकायतें रखीं। इन बिंदुओं पर चर्चा कर अध्यक्ष ने भरोसा दिलाया कि चैंबर व्यापारियों और समाज के हितों की रक्षा के लिए निरंतर सक्रिय रहेगा।
भोपाल चैंबर की 5 प्रमुख उपलब्धियाँ (2021-2025)
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580 नए सदस्य जुड़े, सदस्यता बढ़कर 1850 पहुँची।
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₹1.03 करोड़ की आरक्षित राशि – वित्तीय रूप से मज़बूत चैंबर।
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शहर की यातायात व पार्किंग समस्या पर सक्रिय पहल।
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व्यापारियों की लाइसेंस फीस और कर संबंधी समस्याओं को प्रशासन के सामने उठाया।
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सामाजिक एवं धार्मिक आयोजनों में सक्रिय सहयोग और सहभागिता।





