भोपाल 26 मई।
सूचना के अधिकार को अब तक सरकारी प्राधिकरणों में ही जानकारी देने के लिए मुश्किलें दी जा रही हैं लेकिन अब राज्य सूचना आयोग के कार्यालय में भी बाबुओं के हौंसले बुलंद हो गए हैं। नीमच से आया एक शिकायतकर्ता से राज्य सूचना आयोग के एक बाबू ने अपील के लिए 20 हजार रुपये की मांग की और शिकायतकर्ता ने सीधे लोकायुक्त पुलिस शिकायत की, जहां पूरी घटना सुनीं। लोकायुक्त पुलिस ने 24 घंटे में ही रिश्वतखोर बाबू को रंगीन गुलाबी हाथों के साथ पकड़ लिया।
नीमच की ग्राम पंचायत उमर सिंगोली का मोहम्मद हारून नीलगर नाम के व्यक्ति ने अपने भूस्वामी के संबंध में दस्तावेज प्राप्त करने के लिए ग्राम पंचायत के तहत सूचना के अधिकार के तहत आवेदन किया था। लेकिन वहां उसे अपारदर्शी जानकारी दी गई तो उसने प्रथम अपील अधिकारी जनपद पंचायत जावद के पास अपील की। वहां से भी उसकी जानकारी नहीं हुई तो दो बुधवार को राज्य सूचना आयोग के आरा हिल्स मुख्यालय में संदेश था। वहां खाते में शाखा पदस्थ बृजेश कुशवाह ने उससे पंजीकरण कराकर अपील पर शीघ्र कार्रवाई करने के लिए 20 हजार रुपये की मांग की।
राज्य सूचना आयोग बाबू के खिलाफ लोकायुक्त सूचना हार गए
राज्य सूचना के बाबू की 20 हजार रुपये की राशि की मांग को लेकर हारुन सीधे भोपाल के लोग एसपी के लिए आयोग आयोग और वहां पूरी घटना बताई गई। उसकी शिकायत की जांच की गई तो लोकायुक्त पुलिस भोले ने उसे सही पाया और योजनाबद्ध तरीके से बृजेश को आज रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ के लिए उसे दिखाओ साई बोर्ड चौराहा पर सुबह नौ बजे हारुन को रंग लगे नोट के साथ बृजेश के पास भेज दिया। जैसे ही बृजेश ने राशि ली तो लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उसे हाथों से कांच के निशानों में झील के साफ पानी डालवाया। पानी गुलाबी हो गया और बृजेश को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।