बांबे, बीजेपी और बाजार, विदेशी निवेशकों को है भरोसा मोदी आएंगे फिर से सत्ता में एक बार!
साल 2023 में विदेशी निवेशकों यानी अमेरिका और यूरोप के एफआईआई भारत के शेयर बाजार में 75 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश कर चुके हैं. जिसकी वजह से शेयर बाजार 65300 अंकों के साथ लाइफ टाइम हाई पर खड़ा हो गया है.
बांबे, बीजेपी और बाजार, विदेशी निवेशकों को है भरोसा मोदी आएंगे फिर से सत्ता में एक बार!
बांबे, जी हां, आज हम मुंबई नहीं कहेंगे, क्योंकि बांबे सिर्फ हाई कोर्ट के लिए ही इस्तेमाल नहीं होता, शेयर बाजार का स्टाॅक एक्सचेंज भी बांबे नाम से ही मशहूर है. यहां के लोगों की शिराओं में बाजार दौड़ता है. देश के करोड़ों लोग यहां अपनी गाढ़ी कमाई लगाते हैं. इसलिए बांबे और बाजार को किसी अलग चश्मे से देखा ही नहीं जा सकता. जिसके हाथ में इसकी नब्ज पकड़ में आ जाए, बस फिर क्या उसके तो वारे न्यारे हो जाते हैं. इसी वजह से देश के सत्ताधारियों की नजरें बांबे के इस बाजार पर रहती है.
इसका अहम कारण ये भी है कि मौजूदा समय में देश की इकोनॉमी का यह एक अहम इंडिकेटर हो गया है. साथ ही राजनीतिक सत्ता की चहलकदमी के साथ इसकी धड़कनें भी ऊपर नीचे होती रहती हैं. भारत का शेयर बाजार इसलिए भी सत्ता के लिए जरूरी है क्योंकि विदेशी निवेशकों का यह हॉट स्पॉट हो चला है. साल 2023 में विदेशी निवेशकों ने देश के बाजार में 75 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश कर दिया है. बात अगर जून की करें तो यह आंकड़ा करीब 48 हजार करोड़ रुपये का है. इन्हीं विदेशी निवेशकों को साधने और बाजार की नब्ज को हाथ में रखने के लिए बांबे को हाथ में रखना काफी जरूरी है.