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मध्य प्रदेश में पटवारी चयन परीक्षा के नतीजों के बाद घमासान मचा है. कांग्रेस के भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भर्तियों पर फिलहाल रोक लगा दी है.
- कांग्रेस के भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश पटवारी चयन परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों की भर्ती पर रोक लगा दी है. इस आदेश के अगले ही दिन शुक्रवार को चयनित अभ्यर्थियों ने गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात की. चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि कुछ लोगों की जवह से हमारा भविष्य दांव पर नहीं लगना चाहिए. नियुक्तियां नहीं रुकनी चाहिए.
- गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चयनित अभ्यर्थियों को भरोसा दिलाया कि सरकार नौजवानों के साथ है. किसी भी नौजवान के मन में निराशा का भाव नहीं आने देगी. पास हुए हो या जो पास नहीं हुए हो, कुछ लोग राजनीतिक हितों की वजह से नौजवानों के मन में हीन भावना और निराशा का भाव भरना चाहते हैं. यह निंदनीय है. मेरा सभी नौजवानों से कहना है कि आप लोग इनकी राजनीति का शिकार न बनें. इन कांग्रेस के राजनेताओं से कहना चाहता हूं कि यदि कोई तथ्य है तो सामने लाइए और मंच लगाइए. हर एक सवाल का जवाब दूंगा. एक भी सवाल ऐसा नहीं होगा, जिसका जवाब मैं नहीं दे सकूंगा.
- कमलनाथ की डर्टी पॉलिटिक्स
- गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी पहले तो आपने अपनी डर्टी पॉलिटिक्स में राहुल गांधी को मटियामेट कर दिया. अब प्रियंका गांधी से भी झूठा ट्वीट करवा दिया. आप कमाल के हो! खुद दुबई निकल गए. मैंने एक दिन पहले मिथ्या आरोप का जवाब दिया था. एक हजार लोगों के पास होने का आरोप लगाया है. 114 से एक भी ज्यादा निकालकर ला दोगे, तो मेरी चुनौती है कि लाकर दिखाओ. झूठ की हद होती है. नौजवानों के मन में भ्रम पैदा कर रहे हो. नौजवानों को पता होना चाहिए कि कांग्रेस किस तरह की डर्टी पॉलिटिक्स कर रही है. कांग्रेस जनाधार खो चुकी है. बीस साल से हार रही है. अशोकनगर का कोचिंग चलाने वाला एक व्यक्ति है. वह खुद इस परीक्षा में फेल हो गया. उसके कंधे पर डर्टी पॉलिटिक्स खेली जा रही है.
- दूसरे दिन ही भाग गया विपक्षविधानसभा की कार्यवाही दो दिन में ही स्थगित होने पर मिश्रा ने कहा कि मैं शुरू से कहता रहा हूं कि चर्चा के लिए ही फ्लोर मिला है. आप सभी दूसरे दिन के साक्षी हैं. तीसरा साक्षी सदन की कार्यवाही है, जो लिखित में हाती है. कोई एक व्यक्ति बताएं, जिसने कहा हो कि चर्चा कराओ. सीधा हंगामा शुरू कर देते हैं. पता नहीं, यह कौन-सी परंपरा है कि जो सदन चर्चा के लिए है, वहां हो-हल्ला शुरू कर देते हैं. जो सड़क हो-हल्ला के लिए है, वहां कांग्रेस के लोग चर्चा करने लगते हैं. उहापोह की स्थिति में है. कांग्रेस में अफरा-तफरी का माहौल है.





