भूपिंदर सिंह बाजवा को फिर बनाया गया कुश्ती संघ का अध्यक्ष, इस कमेटी को दिया कामकाज का जिम्मा

भूपिंदर सिंह बाजवा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय तदर्थ समिति निलंबित किए गए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) का दैनिक कामकाज देखेगी। भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) ने बुधवार को तदर्थ समिति का गठन किया जिसके अन्य दो सदस्य पूर्व हाकी खिलाड़ी एमएम सोमाया और पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी मंजूषा कंवर हैं। भारतीय वुशू संघ के अध्यक्ष बाजवा पूर्व में नियुक्त तदर्थ समिति के भी अध्यक्ष थे।

भूपिंदर सिंह बाजवा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय तदर्थ समिति निलंबित किए गए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) का दैनिक कामकाज देखेगी। भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) ने बुधवार को तदर्थ समिति का गठन किया, जिसके अन्य दो सदस्य पूर्व हाकी खिलाड़ी एमएम सोमाया और पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी मंजूषा कंवर हैं।

भारतीय वुशू संघ के अध्यक्ष बाजवा पूर्व में नियुक्त तदर्थ समिति के भी अध्यक्ष थे। खेल मंत्रालय ने नियमों का पालन नहीं करने पर रविवार को डब्ल्यूएआई को निलंबित कर दिया था, जिसके नए पदाधिकारी 21 दिसंबर को चुने गए थे।

WFI: भूपिंद्र सिंह बाजवा को फिर बनाया गया कुश्ती संघ का अध्यक्ष

पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विश्वासपात्र संजय सिंह डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष चुने गए थे। निलंबन के बाद खेल मंत्रालय ने आइओए से तदर्थ समिति गठित करने को कहा था। आइओए की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने कहा कि  डब्ल्यूएफआइ के नए अध्यक्ष व अन्य अधिकारियों ने अपने स्वयं के संवैधानिक प्रविधानों का उल्लंघन करते हुए मनमाने फैसले किए हैं। इसके अलावा उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना पूर्व में आइओए द्वारा नियुक्त तदर्थ समिति के निर्णयों को पलट दिया।

आइओए निष्पक्षता, पारदर्शिता और जवाबदेही और खिलाड़ियों के हितों की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए शासन मानदंडों के पालन को महत्वपूर्ण मानता है। इसलिए तदर्थ समिति गठित करने का निर्णय लिया गया है। तदर्थ समिति को डब्ल्यूएफआई का संचालन करने का काम सौंपा गया है जिसमें खिलाड़ियों का चयन, अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों की प्रविष्टियां जमा करना, खेल गतिविधियों का आयोजन करना, बैंक खातों का संचालन, वेबसाइट का प्रबंधन और अन्य संबंधित जिम्मेदारियां शामिल हैं।

डब्ल्यूएफआई के संचालन की जिम्मेदारी मिलने क बाद बाजवा ने कहा,

”यह ओलंपिक वर्ष है और हमें अभी से ही तैयारी शुरू करनी होगी। हम शीघ्र ही सभी सीनियर व जूनियर चैंपियनशिप का आयोजन कराएंगे, ताकि हमारे पदक जीतने की संभावनाएं बढ़ें। हमारा लक्ष्य ओलंपिक में देश के लिए ज्यादा से ज्यादा पदक जीतना है।”

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