
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद जी ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में ‘आईएम बीजेपी फ्यूचर फोर्स’ के दो दिवसीय बूट कैंप का शुभारंभ कर संबोधित किया
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-लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनसेवक बनकर कार्य करें युवा उद्यमी व प्रोफेशनल्स
-भारतीय जनता पार्टी सच्चे अर्थो में जनता की सेवा करने वाला राजनीतिक दल है
-डॉ. मोहन यादव
-देश और राजनीति की दिशा बदल सकते हैं युवा
-जातिवाद, परिवारवाद समाप्त होगा तभी विकसित भारत बनेगा
-विष्णुदत्त शर्मा
-भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी, इसमें आपका स्वागत है
-भाजपा की नीति राष्ट्र नीति है
-हितानंद जी
भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद जी ने शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में ‘‘आईएम बीजेपी फ्यूचर फोर्स‘‘ के दो दिवसीय बूट कैंप का शुभारंभ कर संबोधित किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि एक हजार साल की गुलामी के बाद वर्ष 1947 में देश आजाद हुआ और देश की जनता के पैसे से सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कराया गया, लेकिन एक समुदाय विशेष के वोट के लिए देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने मंदिर का उद्घाटन करने से इंकार कर दिया। नेहरू जी ने वोट के लिए देश के नैतिक मूल्यों व सनातन संस्कृति को किनारे किया था। आप सभी उद्यमी लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनसेवक बनकर कार्य करें। जिलों के विकास को और अच्छे तरीके से सुनिश्चित करने के लिए जिलों में गठित विकास समितियों में उद्यमियों व प्रोफेशनल्स को भी जोड़ा जाएगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी चाहते हैं कि शासन और नीति निर्माण की प्रक्रिया में युवा प्रोफेशनल्स की भागीदारी हो। यह दो दिवसीय बूट कैंप इसी दिशा में एक कदम है। वहीं, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद जी ने प्रतिभागियों को भाजपा की रीति-नीति का परिचय देते हुए कहा कि भाजपा का जन्म विचारों के आधार पर हुआ है और उसके लिए सदैव राष्ट्र प्रथम रहा है।
प्रधानमंत्री जी विक्रमादित्य की तरह जनता की सेवा का कार्य कर रहे – डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पहले के समय में राजा हुआ करते थे। शासन एक व्यक्ति के हाथ में होता था, राजा को हरा दिया तो पूरे देश पर कब्जा हो जाया करता था। गुलाम होने से पहले भारत के अंतिम सम्राट पृथ्वीराज चौहान थे। लेकिन इसके पहले का शासन तंत्र बहुत अच्छा था। भगवान श्रीकृष्ण और सम्राट विक्रमादित्य की कार्य प्रणाली से शासन व्यवस्था को समझा जा सकता है। भगवान श्रीकृष्ण ने किसी राज्य पर कब्जा नहीं किया, दुष्टों का संहार करने के बाद सत्ता दूसरे लोगों को सौंपते चले गए। इसी तरह सम्राट विक्रमादित्य ने अपने शासन में नवरत्न बनाए थे। इन्हीं नवरत्नों को जनता की सेवा के लिए नियुक्त कर दिया था। विक्रमादित्य सम्राट होते हुए कभी राजा या सम्राट कहलाना पसंद नहीं करते थे, वे जनता का सेवक ही कहलाना पदस्थ करते थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी विक्रमादित्य की तरह जनता की सेवा कर रहे हैं और खुद को जनता का सेवक मानते हैं।
उन्होनें कहा कि यह मैं आप लोगों को इसलिए बता रहा था, क्योंकि जब तक आप गुलामी क्यों मिली और कैसे मिली यह नहीं समझेंगे, तब तक सच्चे अर्थों में आजादी का महत्व समझ में कम आएगा। आक्रांतों ने जनता पर शासन किया और भारत को लूटकर चले गए। लोकतंत्र की सच्ची ताकत जनता के पास होनी चाहिए। इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए राजनीति से परिवारवाद को समाप्त करने और एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाने का आह्वान किया है, जिसके परिवार अभी राजनीति में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने सोमनाथ मंदिर जाने से इंकार कर दिया था, लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने सोमनाथ मंदिर जाकर उसका उद्घाटन किया। कांग्रेस और उसकी पार्टी के नेता राम मंदिर का विरोध कर रहे थे, जब भव्य राम मंदिर का निर्माण हो गया तो उनके दर्शन करने आज तक नहीं पहुंचे।
भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश की औद्योगिक विकास दर को 0.02 प्रतिशत से 12 प्रतिशत तक पहुंचाया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सत्ता की ताकत सुनीतियों के बल पर होती है, मध्यप्रदेश में 2003 से पहले कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन प्रदेश के विकास के लिए कोई कार्य नहीं किया गया। 2003 में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, तब प्रदेश की औद्योगिक विकास दर 0.02 प्रतिशत के करीब थी। भारतीय जनता पार्टी ने सुशासन और कल्याणकारी नीतियों के कारण मध्यप्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में लाकर खड़ा कर दिया है। वर्तमान में मध्यप्रदेश की औद्योगिक विकास दर 12 प्रतिशत पहुंच गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी देश की राजनीति से परिवारवाद को समाप्त करने के लिए एक लाख प्रोफेशनल्स, उद्यमियों और अलग-अलग क्षेत्र के प्रतिभावान लोगों, एंटरप्रेन्योर को राजनीति में लाने का आह्वान इसीलिए किया है कि अलग-अलग क्षेत्र के आप लोग अपने-अपने क्षेत्र के जानकार व महारथी हैं। देश और प्रदेश के विकास में नीतियों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। आप सभी अपने-अपने क्षेत्र के विकास के लिए बनाई जाने वाली नीतियों में महत्वपूर्ण सुझाव देंगे और नीतियों को बनाने में अपनी भूमिका निभाएंगे, जिससे देश और प्रदेश आगे बढ़ेगा और 2047 तक भारत को विश्व गुरू बनाने का सपना साकार होगा।
मोदी जी की चाहते हैं-नीति निर्माण प्रक्रिया में शामिल हों यंग प्रोफेशनल्स-विष्णुदत्त शर्मा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने बूट कैंप में विभिन्न क्षेत्रों के प्रोफेशनल, इंटेलेक्चुअल युवाओं का स्वागत करते हुए कहा कि शिकागो की धर्मसभा में स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि आप मुझे मेरे जैसे 100 युवा दें, मैं सारी दुनिया को बदल दूंगा। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से जब युवाओं ने पूछा कि राजनीति गुंडाइज्म, धनबल, बाहुबल की पर्याय बन गई है, इस स्थिति को कैसे बदला जा सकता है? तब डॉ. कलाम ने जवाब दिया था कि जब तक आपके जैसे युवा राजनीति में नहीं आएंगे, तब तक वही पुराने लोग राजनीति चलाते रहेंगे और यही सब चलता रहेगा। इन्हीं महापुरुषों की बात को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी कहा था कि मैं अलग-अलग क्षेत्रों के ऐसे एक लाख युवा प्रोफेशनल्स, इंटेलेक्चुअल्स को जनप्रतिनिधि के तौर पर देखना चाहता हूं, जिनके परिवार की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि न रही हो। युवा प्रोफशनल्स को शासन और नीति निर्माण की प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास के रूप में ही इस बूट कैंप का आयोजन किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी जी ने बदली भारत के बारे में दुनिया की सोच
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मोदी जी ने देश की राजनीति का परिदृश्य बदल दिया। उन्होंने भारत के बारे में दुनिया की सोच बदल दी। भारत को लोग एक गंदगी वाले देश के रूप में जानते थे। लेकिन प्रधानमंत्री जी ने स्वच्छता अभियान शुरू किया। लोगों ने इसका उपहास किया, लेकिन प्रधानमंत्री जी ने इस अभियान के साथ जिस तरह देश के जन-जन को जोड़ा, उससे आज ये पूरे देश का अभियान बन चुका है और अब लोग कहीं भी गंदगी करने से पहले सोचते हैं। पहले की सरकारें गरीबी हटाओ के नारे लगाती थीं, लेकिन इसके लिए करती कुछ नहीं थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने इस दिशा में ठोस कदम उठाए, जिनकी बदौलत आज देश के 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आ चुके हैं।
नरेन्द्र मोदी जी जातिवाद और परिवारवाद को देश की राजनीति में सबसे बड़ी चुनौती के रूप में देखते हैं। उनका कहना है कि 2047 में विकसित भारत तभी बन सकता है, जब राजनीति से ये दोनों चीजें समाप्त हो जाएंगी। प्रतिभाएं कहीं भी हों, प्रधानमंत्री जी उन्हें खोज निकालते हैं। इसकी झलक उनके ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भी दिखाई देती है। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी युवाओं, इटेलेक्चुअल्स और प्रोफेशनल्स को राजनीति, शासन और नीति निर्माण की प्रक्रिया में शामिल करना चाहते हैं और कई प्रोफेशनल्स ने अपने आपको साबित भी किया है। इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव एक एडव्होकेट हैं, लेकिन आज वो इंदौर के सफल महापौर हैं। देश के टॉप ब्यूरोक्रेट अश्विनी वैष्णव आज रेल मंत्री हैं और उनके नेतृत्व में भारतीय रेलवे जबरदस्त तरक्की कर रही है। एक और ब्यूरोक्रेट एस. जयशंकर हैं, जिनके नेतृत्व में भारत की विदेश नीति सारी दुनिया में अपना लोहा मनवा रही है। शर्मा ने कहा कि मैं सभी प्रतिभागियों से आह्वान करता हूं कि वो भी कदम बढ़ाएं और अपनी योग्यता, प्रतिभा और अनुभव से देश, समाज तथा पार्टी की भलाई में योगदान दें।
हम बस एक राष्ट्र धर्म जानते हैं- हितानंद जी
भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद जी ने कैंप को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक ऐसा संगठन है, जो हमारा परिचय भारत से कराना चाहता है, क्योंकि भाजपा का मानना है कि हमें भारत को ही जानना है, भारत को ही पहचाना है और भारत की ही मानना है। ‘राष्ट्र को ही देव मानकर चले हैं, हम बस एक राष्ट्र धर्म जानते हैं।‘ उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की शुरुआत जनसंघ के रूप में हुई। देश जब आजाद होकर एक गणतंत्र बना, तो उसके संविधान में यह लिखा था कि देश के अविभाज्य अंग जम्मू-कश्मीर का संविधान अलग होगा, ध्वज अलग होगा और वहां का प्रधान भी अलग होगा। तत्कालीन नेहरू सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने इसका विरोध किया और जनसंघ की स्थापना की। डॉ. मुखर्जी ने इसके विरोध में संघर्ष किया और इसी दौरान 23 जून, 1953 को अपना बलिदान भी दे दिया। 5 अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने कश्मीर से धारा 370 को हटाकर दो विधान, दो निशान और दो प्रधान की व्यवस्था को समाप्त कर दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा की विचारधारा में दूसरा तत्व सनातन है। हमारा मानना है कि इस देश के मूल में अगर कोई है, तो वो हिंदू है और उसी के नाम पर देश का नाम हिंदुस्तान पड़ा है। गांधी जी का सपना ग्रामोदय और पं. दीनदयाल उपाध्याय जी का सपना अंत्योदय हमारे लक्ष्यों में शामिल हैं। कोर्ट के माध्यम से सहमति के आधार पर राम मंदिर का विवाद हल हुआ। अगस्त, 2020 में राम मंदिर का भूमिपूजन हुआ और 22 जनवरी, 2024 को मंदिर का लोकार्पण भी हो गया। भाजपा की सरकारें सनातन को किस तरह आगे बढ़ा रही हैं, बनारस का काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और उज्जैन का महाकाल महालोक इसके उदाहरण हैं। हम भारतीय संस्कृति के पुनरुत्थान का काम कर रहे हैं। गांवों में भारत की आत्मा बसती है, उनके उत्थान का काम कर रहे हैं और विभिन्न योजनाओं के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान का काम कर रहे हैं।
भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी, इसमें आपका स्वागत है
भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद जी ने कहा कि 1951 में जनसंघ की स्थापना हुई और 52 में पहला चुनाव हुआ। उस चुनाव में हमें सिर्फ 3 प्रतिशत वोट मिले, लेकिन चुनाव के माध्यम से हम अपनी विचारधारा को घर-घर तक पहुंचाने में सफल रहे। 57 के चुनाव में 9 प्रतिशत वोट प्राप्त किए, 62 में 16 प्रतिशत और 67 के चुनाव में हम मध्यप्रदेश में संविद सरकार के रूप में प्रतिनिधित्व देने की स्थिति में आ गए थे। करपात्री जी महाराज के गौरक्षा आंदोलन से लेकर अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के आंदोलन तक को हमने मूक समर्थन दिया। जो देश का भला कर रहा है, हम उसके साथ खड़े रहेंगे।
हितानंद जी ने कहा कि इसी बीच 1977 में कांग्रेस की सरकार ने आपातकाल लगाकर देश के लोकतंत्र को कुचल दिया। उस समय भारतीय जनसंघ ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन का समर्थन किया और अपनी पार्टी का जनता पार्टी में विलय कर दिया। 77 में कांग्रेस चुनाव हार गई। जनता पार्टी की सरकार बनी, जिसमें हमारे नेता भी शामिल हुए। लेकिन वो सरकार तीन साल ही चल सकी। हमारे नेताओं स्व. अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी जी आदि ने जनता पार्टी से त्यागपत्र दिया और 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई। 80 के चुनाव में भाजपा को सिर्फ दो सीटें मिली।
हितानंद जी ने कहा कि कोई नया काम जब प्रारंभ होता है तो पहले उसका उपहास उड़ाया जाता है। 50 और 60 के दशक में लोग हमारा उपहास उड़ाते थे। 67 में जब हम सरकार में आए, तो हमारा विरोध और दमन शुरू हो गया, जो 80 के बाद तक चला। लेकिन अब हम स्वीकार्यता की ओर बढ़ रहे हैं। लोग हम से जुड़ना चाहते हैं। नेहरू जी ने संसद में कहा था कि हम देश की एक इंच भूमि पर भी भगवा नहीं फहराने देंगे, तो आज पूरे देश में भगवा फहरा रहा है। सबसे ज्यादा सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य, नगर पालिका, नगर निगम के पार्षद, विधायक और सांसद भारतीय जनता पार्टी के हैं।
हमने शून्य से शिखर तक की यात्रा की है। गंगा सागर से गंगोत्री की यात्रा करते हुए भाजपा हर मापदंड पर आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, जिसमें आप सभी का स्वागत है। बूट कैंप को कैंप के संयोजक मुदित शेजवार, सह संयोजक जयवर्द्धन जोशी ने भी संबोधित किया एवं आभार पेनालिस्ट श्रीमती गुंजन चौकसे ने व्यक्त किया।