शिवराज के निजी अस्पताल में भर्ती होने से कांग्रेस को ऐतराज, पूछा- सरकारी से परहेज क्यों?

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कोरोना होने पर कांग्रेस ने सीएम पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया ही लेकिन अब कांग्रेस ने इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती होने पर भी सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सीएम को सरकारी चिकित्सा व्यवस्था पर ही भरोसा नहीं है इसलिए प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती हुए हैं.

शनिवार को कोरोना संक्रमित होने के बाद सीएम भोपाल के चिरायु कोविड केयर सेंटर में भर्ती हुए हैं. रविवार को उन्होंने अस्पताल के अंदर की तस्वीरें शेयर भी की थीं. शिवराज सिंह चौहान देश के पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्हें कोरोना हुआ है लिहाजा कांग्रेस ने उनपर ये कहकर आरोप लगाया था कि उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा और न ही कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया था.

अब कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने ये कहकर सवाल खड़े किए हैं कि सरकारी हमीदिया अस्पताल को छोड़ प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्राइवेट अस्पताल को इलाज के लिए क्यों चुना? उन्होंने याद भी दिलाया कि जब कमलनाथ मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने बकायदा इसी हमीदिया अस्पताल में सर्जरी करवाई थी जबकि वो देश के किसी भी अस्पताल में सर्जरी करवा सकते थे.

कांग्रेस ने शिवराज के प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने पर सवाल उठाए

कांग्रेस ने इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग का ये कहकर इस्तीफा मांगा है कि वो उनके अधीन आने वाले शासकीय हमीदिया अस्पताल की सुविधाओं का विश्वास ही सीएम को नहीं दिला पाए.

आज से करीब एक साल पहले, 22 जून 2019 को तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अंगुली की सर्जरी के लिए शासकीय हमीदिया अस्पताल को ही चुना था. अब जब शिवराज को कोरोना हुआ और उन्होंने प्राइवेट अस्पताल को चुना तो कांग्रेस ने इसपर सवाल खड़े कर दिए.

हालांकि बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को छोटी मानसिकता का करार दिया है. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि चिरायु कोविड केयर सेंटर है जहां आम हो या खास सबका इलाज होता है, ऐसे में कांग्रेस का अस्पताल को लेकर सवाल खड़े करना ही गलत है क्योंकि इलाज करवाना किसी का भी निजी फैसला होता है.

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