
भोपाल। एक तरफ टमाटर के भाव गिरने पर प्रदेश का किसान टमाटर सड़क पर फेंक रहा है और दूसरी तरफ शिवराज सरकार के मंत्री इस स्थिति को हल्के से ले रहे हैं। कृषि राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने कहा कि, किसान अच्छी तरह से समझता है और जब वो टमाटर बोता है, तो उसे पता होता है कि आगे जाकर क्या होगा।
प्रदेश के अलग-अलग अंचलों से आ रही किसानों द्वारा टमाटर फेंके जाने की खबरों के सवाल पर शिवराज सरकार के कृषि राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने कहा कि, किसान अच्छी तरह से समझता है और जब वो टमाटर बोता है, तो उसे पता होता है कि आगे जाकर क्या होगा। सरकार इसके लिए काम कर रही है।
‘शिवराज सरकार के मंत्री के बयान पर भड़का विपक्ष’
शिवराज सरकार के मंत्री के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि, एक तरफ मुख्यमंत्री किसान का बेटा बनकर किसान को हर तरह की राहत देने की बात करतें है तो दूसरी तरफ उनके ही मंत्री गैर जिम्मेदाराना बयान देते हैं।
‘आगे जाकर भाव बढ़ेंगे तो किसान को लाभ होगा’
कृषि राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार कहते हैं कि, ये टमाटर और सब्जियों के साथ ये समस्या है। सब्जियों का कभी अधिक उत्पादन होता है, तो कई प्रकार की समस्या होती है, सरकार इस पर विचार कर रही है, कि क्या किया जाए। फिलहाल किसानों को राहत देने के मामले में बात करते हुए मंत्री पाटीदार ने कहा कि, आगे जाकर भाव बढ़ेंगे तो किसान को लाभ होगा।
‘खेती के साथ जुड़ा है संघर्ष, किसान समझता है’
मौजूदा परेशानी के सवाल पर मंत्री ने कहा कि खेती के साथ ये संघर्ष जुड़ा हुआ है, इसको किसान अच्छी तरह से समझता है। जब वो टमाटर बोता है, तो उसे पता होता है, कि आगे जाकर क्या होगा। खेती में तो ये संघर्ष रहेगा ही, इसको किसान अच्छा तरह समझता है। सरकार इसके लिए काम कर रही है। इसलिए हम वेअर हाउस बना रहे हैं, उसमें हम किसानों का टमाटर सुरक्षित रखेंगे और जब मांग आएगी तो उसको एक्सपोर्ट करेंगे।
मंत्रिमंडल के सदस्य का गैर जिम्मेदाराना बयान
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि, एक तरफ मुख्यमंत्री कहते हैं कि मैं किसान का बेटा हूं, किसानों की सब समस्या दूर कर दूंगा। हर तरह की राहत दूंगा और उन्हीं के मंत्रिमंडल के सदस्य गैर जिम्मेदाराना बयान देते हैं। इससे स्पष्ट होता है, कि सरकार किसानों के लिए चिंतित नहीं है।
‘भैया दूध का धंधा करो, उसमें फायदा है’
अजय सिंह ने कहा कि यदि उन्हें यहीं उत्तर देना है कि, किसानों को मालूम है कि क्या अंजाम होता है। तो ऐसे में सरकार को कह देना चाहिए कि किसान हितैषी सरकार नहीं है। फिर किसान अपनी पीढ़ा किसी और को बताए, इन लोगों से उम्मीद नहीं करे। उन्होंने तंज कसते हुए ये भी कहा कि, भैया दूध का धंधा करो, उसमें फायदा है।